
अरे मनो! ये खबर सुन के तो मोरजी का चश्मा भी टूट गया कि प्रिया मराठे, जो कि मराठी-हिंदी टीवी की चमचमाती हिरोइन रहीं, अब हमारे बीच नहीं रहीं। ठीक है, ये दुख की बात है, लेकिन उसी के बीच पड़ोसन की आंटी तो जलन में ऐसे उछलीं जैसे हमारे आंगन में बिजली गिर गई हो।
जलन की पहली चिंगारी 🔥
सुनिए, कहा जा रहा है कि प्रिया मराठे ने कई सुपरहिट मराठी सीरियल्स में काम किया था, जैसे ‘या सुखन्नो या’, ‘चार दिवस सासूचे’, ‘तू तिथे मी’, और भी कई। लेकिन पता है सबसे बड़ा किकर क्या है? उनकी खूबसूरती और टैलेंट के आगे तो हमारे मोहल्ले की कई बहुएं भी फीकी पड़ जाती थीं। WhatsApp वाली बुआ ने तो बताया कि ‘प्रिया मराठे की साड़ी इतनी महंगी होती थी कि देखने वालों के दिल में जलन की आग लग जाती थी।’
गुड्डू की मम्मी का मुँह 180° टेढ़ा 🤏
और अब जो खबर आई, उसने पूरे मोहल्ले का माहौल बदल दिया। पड़ोस की गुड्डू की मम्मी जो हमेशा सेड़-चढ़ी रहती थीं, उनका मुँह अचानक से 180 डिग्री टेढ़ा हो गया, जैसे कि किसी ने उनके आइसक्रीम पर नींबू निचोड़ा हो। वो कह रही थीं, ‘तेरी तो कसम, मैं तो सोच रही थी कि प्रिया मराठे अगले जनम में मेरी बहन हो!’ उफ्फ़, हमारी तो जलन-जलेबी घुल गई सुन के!
इन्फ्लुएंसर्स vs. आम आदमी—कौन जले ज़्यादा? 😏
सोशल मीडिया पर तो क्या कहना, हर कोई प्रिया मराठे के कैंसर से गुजरने की बात सुन के भावुक हो गया। लेकिन बीच-बीच में हमारे मोहल्ले की कुछ ‘इन्फ्लुएंसर‘ टाइप आंटियाँ जो लाइक, कमेंट और शेयर करने की होड़ में हैं, वे केवल कहती हैं, ‘देखो तो सही, टीवी की चमक में भी दर्द होता है,’ पर दिल में कहीं थोड़ी जलन भी छुपी है।
सोशल-मीडिया का नमक 🤫
तो साहब, ट्विटर से लेकर इंस्टाग्राम तक हर जगह प्रिया मराठे की याद में पोस्ट चल रही हैं। पर अफ़वाह ये भी है कि उनकी बीमारी की खबर इतने दिन छुपाई गई थी, ताकि उनकी चमकती इमेज खराब न हो। आंटी-चर्चा में ये बात आई तो पूरा मोहल्ला अचंभित हुआ, साथ में कुछ लोग बोले कि ‘मनो जूरीकंडीशनर भी पिघल गया सुनके ये बात!’
आंटी लोगों की आख़िरी फूँ-फाँ 💨
लेकिन हमारी पड़ोस की आंटियाँ जो इस खबर से पहले तक एक-दूसरे से जलती रहती थीं, अचानक से इकट्ठा हो कर शोक मनाने लगीं। एक-दूसरे से पूछ रही थीं, ‘अरे ये प्रिया मराठे थी, इतनी अच्छी अभिनेत्री और इतनी प्यारी – कैसे हो गया कैंसर को हराना?’ यह सुन के तो हम भी सोचने लगे कि जलन के साथ-साथ थोड़ी मैहरबानी भी जरूरी है।
अंत में, प्रिया मराठे की हिम्मत और कामयाबी को हमारा सलाम, और साथ ही हमारी मामूली जलन भी कि हम इतने बड़े स्टार नहीं हुए। अब हम भी दही-शक्कर खाकर लाइक्स बटोरने चलें, पर दिल में तो होगा थोड़ा जलन-जलेबी!
अगली ज़ोरदार जलन के लिए पढ़ते रहिए Jelousy News!