
अरे बाप रे! चार्ल्स सोभराज, जिसे ‘स्नेक’ भी कहा जाता है, ने पूरे एशिया के रास्ते जलाए हैं। इंस्पेक्टर ज़ेंदे, जो उसे पकड़ने में जुटा था, उसे दो बार फंसाने से चूक गया, और उसकी चालाकी ने सबको चौंका दिया।
गुड्डू की मम्मी का मुँह 180° टेढ़ा
पड़ोस की आंटी की बातों से पता चलता है कि सोभराज दूसरी बार भी छुपा फिरा और तहलका मचाया। इसके बावजूद इंस्पेक्टर ज़ेंदे की कोशिशें जारी थीं।
इन्फ्लुएंसर्स vs. आम आदमी—कौन जले ज़्यादा?
सोशल मीडिया पर सोभराज की कहानी बहुत मशहूर हो गई है। लोग उसकी क्रूरता और चालाकी की चर्चा करते नहीं थकते, जिससे आम लोगों में थोड़ी जलन भी पैदा होती है।
सोशल-मीडिया का नमक
इंटरनेट पर सोभराज की कहानी को इस तरह पेश किया गया कि वह एक मिस्टर मसाला की तरह बन गया है। लोग उसकी तुलना सिकंदर जैसी महान हस्तियों से करते हैं, जो देख कर आम लोगों की जलन और बढ़ जाती है।
आंटी लोगों की आख़िरी फूँ-फाँ
मोहरा नियुक्त करने वाली आंटियाँ कहती हैं कि ऐसे इंसान से डरना चाहिए, नहीं तो पूरा मोहल्ला उसका शिकार बन जाएगा। इसके बावजूद लोग अपनी जिंदगी में ऐसा मसाला चाहने लगते हैं जो उनकी भी चर्चा में आ जाए।
निष्कर्ष: चार्ल्स सोभराज के जादू से बचना ही समझदारी है क्योंकि उसकी चालाकी और अपराध की कहानियाँ हर किसी को जलन में डालती हैं। हमें चाहिए कि इस तरह के कृत्यों से सीख लेकर अपनी सुरक्षा करें।