
रवीना टंडन के ‘थंडर थाईज़’ वाले किस्से 90 के दशक के गॉसिप मैगजीन्स की एक मजेदार और जलन से भरपूर कहानी हैं। उस दौर में सोशल मीडिया नहीं था, लेकिन मोहल्ले की आंटी और चौपाल की चुगली किसी भी डिजिटल प्लेटफॉर्म से कम नहीं थी।
जलन की पहली चिंगारी🔥
रवीना टंडन को ‘थंडर थाईज़’ कहकर ट्रोल किया जाना उस वक्त का सबसे चर्चित विषय था। जब कोई भी हॉट हिरोइन थोड़ा मोटी हुई दिखती थी तो पूरा मोहल्ला कह उठता था, “अरे वाह, अब तो रवीना थंडर थाईज़ बन गई!” सोशल मीडिया तो दूर, WhatsApp भी नहीं था, फिर भी ऐसी गॉसिप से दुश्मनी से भरे माहौल में उन्हें बहुत कुछ सहना पड़ा।
गुड्डू की मम्मी का मुँह 180° टेढ़ा 😒
पार्लर वाली से लेकर दूधवाली तक, हर जगह रवीना की चर्चा ‘थंडर थाईज़’ के नाम पर होती थी। इतना ही नहीं, करियर पर भी इसका असर पड़ा क्योंकि प्रेस में लिखा गया कि “बहुत भारी है, रोल मिलेगा मुश्किल।” मोहल्ले की पिंकी आंटी भी हर हफ्ते ये मैगजीन ताजी ब्रेड की तरह प्रेम से लाती थीं।
इन्फ्लुएंसर्स vs. आम आदमी—कौन जले ज़्यादा? 🤯
आज के समय में लोग खुद अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर डालते हैं, लेकिन 90 के दशक में रवीना जैसे स्टार के लिए यह सब सहना कितना मुश्किल था। सोशल मीडिया पहले भी था, बस नाम था ‘चौपाल की चुगली’। इस दौर के इन्फ्लुएंसर्स को भी शायद रवीना की तरह कुछ-कुछ जलन होती होगी, लेकिन तब तो आलोचना करने का मौका भी कम मिलता था।
सोशल-मीडिया का नमक
गॉसिप मैगज़ीनें वैसे भी मसालेदार बिरयानी जैसी थीं, जहाँ एक लाइन कई हिरोइन की चमक को फीका कर देती थी। ‘थंडर थाईज़’ जैसी कहावतों ने पूरा मोहल्ला जलने पर मजबूर कर दिया था। मोहल्ले की आंटियाँ इस बात को लेकर जी जान से लगी रहती थीं कि कैसे कोई आईना तोड़ दिया जाए या फिर कड़ी डायटिंग शुरू की जाए।
आंटी लोगों की आख़िरी फूँ-फाँ 🤭
ऑफिस की सखी से लेकर योगा क्लास तक, हर जगह ‘थंडर थाईज़’ वाली चर्चा थी। यह कहानी तो पूरे मोहल्ले की चुगली की ‘टिकिट’ थी। अब हम भी दही-शक्कर लेकर लाइक्स बटोरने की सोच सकते हैं, लेकिन तब तो यही चुनौतियाँ थीं।
आइए, अगली ज़ोरदार जलन के लिए बने रहिए Jelousy News के साथ!