
अरे बाप रे! जब से ‘Ummadi Kutumbam’ वाली शक्शी और यशवंत के परिवार की झगड़ालू कहानी टेलीविजन पर आई है, तो मोहल्ले की आंटी-चाची सब के सब बस यही जलन में झूम रहे हैं। सोचो ज़रा, आनन्दा भैरवी जैसी सास जब दूल्हे की शादी के लिए सख़्त जाच पड़ताल में लग जाए, तो बाकी ससुराल वालों की जलन-शर्मीली कहानियाँ भी छूटती कहाँ हैं!
जलन की पहली चिंगारी तो तब जली जब आनन्दा भैरवी ने अपने बेटे दर्शन के लिए दुल्हन ढूँढने का क़दम उठाया। अरे भाई, मोहल्ले वाली आंटी बोली, “सुना है, शक्शी तो इतनी सुंदर और समझदार है कि उसकी एक झलक में ही हर लड़की की महुआ फेल!” उफ़्फ, मेरी तो जलन-जलेबी घुल गई!
गुड्डू की मम्मी का मुँह 180° टेढ़ा हो गया, जब उसने सुना कि शक्शी के घर न्यूनीकरण की बजाय प्यार और सम्मान की भरमार है।
WhatsApp वाली बुआ बोली, “कहते हैं बाबूजी ने भी अपने बेटे की शादी में बड़ा बजट लगाया है, सो खर्चा देखकर मानो जूरी कंडीशनर भी पिघल गया!” सच में, सोशल मीडिया पर शक्शी और यशवंत की कतरनों-भर-परिवार की खुशियाँ देखकर हर कोई जलने-जलाने में जुटा है।
इन्फ्लुएंसर्स vs. आम आदमी—कौन जले ज़्यादा? हमारे मोहल्ले वाली बिच्छू-अंटी से लेकर इंस्टा के बड़े-बड़े इन्फ्लूएंसर तक, सबको शक्शी की बातों में छुपी चमक से जलन हुई।
- “काजल इतना गाढ़ा कि मेरी किस्मत भी काली पड़ गई!” अपने दो रोटियां सेंकते हुए सुमति आंटी ने कहा।
- सच कहा, समाज से लेकर टीवी के झूठ-फरेब तक, सभी को ये ड्रामा बड़ा कमाल लग रहा है।
सोशल-मीडिया का नमक तो तब लगा, जब शक्शी और यशवंत की हर चुटकी-भर घरेलू कहानी वायरल हुई। “कहा सुना है, यशवंत ने अपनी सास को वही आईस्क्रीम खरीदी जो दिखावे के लिए नहीं, दिल से दी!” मतलब महंगाई के दौर में दिल से दिया मतलब, जलन की चिमनी में जगह बनी!
आंटी लोगों की आख़िरी फूँ-फाँ तब हुई, जब शक्शी और यशवंत ने परिवार को जोड़ते हुए दिखाया कि प्यार और समझदारी से ही सब कुछ सम्भव है। अब मोहल्ले में तो लोग चुपचाप जल रहे हैं, और कह रहे हैं — “इनका ड्रामा ऐसा है कि देखकर मनो झूठे गुस्से में भी पानी आ जाए!” 🤯
अब हम भी दही-शक्कर खाकर लाइक बटोरने चलें…
अगली ज़ोरदार जलन के लिए पढ़ते रहिए Jelousy News!