
जलन की पहली चिंगारी🔥
अरे वाह! ऐसा क्या हुआ कि पूरा मोहल्ला खुशी-खुशी जलन की आग में झुलस रहा है? कहने को तो ये सीरियल है “Yeh Rishta Kya Kehlata Hai”, लेकिन अब लगने लगा है असली जलन-दास्तान! सुनते हैं कि अर्मान ने पूरे दमखम से पोड़दार के घर को वापस अपने पापा-दादीसा के लिए जीत लिया। उफ़्फ, हमारी तो जलन-जलेबी घुल गई, कहने वाली बात है! WhatsApp वाली बुआ बोली, “अरे, गीता तो अब तो पोड़दारों के साथ ही रहेगी, ऐसा मसला बन गया है कि मोहल्ले की आंटियों की तो मुँह की बात सुनना चाहिए!”
गुड्डू की मम्मी का मुँह 180° टेढ़ा 😒
अब देखो, जब गीता और अर्मान एक साथ हो गए, तो पड़ोसन की आंटी पिंकी का मुँह 180 डिग्री टेढ़ा हो गया। पता चला है कि गप्प-शप्प में कह रही थीं, “ऐसा लगता है कि ये सीरियल नहीं, कोई शादी-ब्याह का डांस फ्लोर हो गया है, हर कोई अपने जले-शाले (जलन) को सबके सामने फैला रहा है।” मनो उनकी जूरीकंडीशनर भी पिघल गई हो! काहें? क्योंकि अब अभिरा और मैरा भी अपनी नई जिंदगी की शुरुआत करने बस गए हैं, अगले पड़ोस में शिफ्ट! वाह, वाह… ये तो पूरी जलन की पार्टी लग गई है।
इन्फ्लुएंसर्स vs. आम आदमी — कौन जले ज़्यादा? 😏
अजी सुनिए, टीवी वाले तो अब सेलिब्रिटी बन गए हैं। अर्मान की जीत कैसी फ़िल्टर वाली तस्वीरों से कम नहीं! पर असली मज़ा तो यहाँ है कि मोहल्ले की आम आंटियों की जलन! कहने वाली बात है, हमने तो अजीबो-गरीब बातें सुनीं कि “देखो, ये सब तो दाव-पेंच है, असली सितारे वे लोग होते हैं जो ये सब देखकर अपनी चाय-समोसे के साथ मज़ा लेते हैं।” ये बात भी सच है कि जब Insta पर पोस्ट डालो, तो पेट्रोल के दाम न बढ़ाओ, यह दुनिया थोड़ी राहत देती है।
सोशल-मीडिया का नमक 🤨
फेसबुक और व्हाट्सएप तो लगे हैं जैसे सलाद में नींबू और नमक का काम करते हुए। मोहल्ले की आंटियों की चक्कर में, एक-पक्की खबर यह भी फैली कि अर्मान के जीतने से पिंकी आंटी की तो सास जैसे दो-तीन किलोग्राम कम हो गए हों! उफ़्फ़, जलन में मज़ा है भाई, मज़ा! कहानी में ट्विस्ट के साथ ट्विस्ट आ गया है, और ये सब कुछ देख-मोहल्ले की चायवाली बूआ का तो कहना है, “अब देखो, जो भी हो, असली जले वही हैं जो दिल के हैं, बाकी सब तो फ़िल्टर-फ्रेंड्स!”
आंटी लोगों की आख़िरी फूँ-फाँ 💥
अब तो पूरा मोहल्ला जलन और हाय-तौबा के बीच मचा हुआ है। कहते हैं, “गीता का ये ठिकाना तो अब बन गया, लेकिन अभिरा और मैरा की जगह देखकर सबकी नजरें जलन से लाल हो गईं।” जाहिर है, जब मोहल्ले की आंटियां बैठ जाती हैं तो लगता है जैसे भले ही टीवी पर ड्रामा खत्म हो, पर जलन की रिपोर्ट कभी खत्म नहीं होती। 📢
अंत में जलन-टच क्लोज़िंग
हाँ भई, अब हम भी मन बना चुके हैं, दही-शक्कर खा के लाइक्स बटोरने को चलें। क्योंकि सचमुच, जलन की मस्ती ही तो असली है जनाब! अगली ज़ोरदार जलन के लिए पढ़ते रहिए Jelousy News!