
बॉलीवुड में नेपोटिज़्म का मुद्दा हमेशा चर्चा में रहता है, और हाल ही में आर्यन खान ने इसे लेकर एक बार फिर से तहलका मचा दिया है। उन्होंने अनन्या पांडे और सिद्धांत चतुर्वेदी के खिलाफ अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी, जिससे यह साफ हो गया कि नेपोटिज़्म की असली आग क्या होती है।
आर्यन खान ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में स्पष्ट किया कि बॉलीवुड में टैलेंट और मेहनत किन परिस्थितियों में दब जाती है, और कैसे कुछ सितारे अपनी फैमिली बैकग्राउंड का फायदा उठाकर आगे बढ़ते हैं। उन्होंने इस मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि यह सिस्टम बहुत गहरा और जटिल है, जहाँ सिर्फ कनेक्शन से ही सफलता मिलती है।
आर्यन खान के प्रमुख बिंदु:
- टैलेंट की परख पर सवाल: उन्होंने कहा कि कई बार टैलेंटेड कलाकार भी सही मौके नहीं पाते क्योंकि उन्हें सही कनेक्शंस नहीं होते।
- नेपोटिज़्म का प्रभाव: यह सिर्फ कुछ परिवारों तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे इंडस्ट्री को प्रभावित करता है।
- अनन्या पांडे और सिद्धांत चतुर्वेदी पर कटाक्ष: आर्यन ने कहा कि ये स्टार्स भी अपनी पारिवारिक सहायता के बूते प्रसिद्धि पा रहे हैं, जिससे नए और मेहनती कलाकारों को मौका नहीं मिलता।
नेपोटिज़्म पर बॉलीवुड की स्थिति
बॉलीवुड में नेपोटिज़्म की समस्या नई नहीं है। कई कलाकार जो बिना किसी फिल्मी बैकग्राउंड के होते हैं, उन्हें अपने दम पर संघर्ष करना पड़ता है। वहीं, फैमिली कनेक्शन वाले कलाकारों को ज्यादा मौके मिलते हैं। यह समस्या कई बार सितारों के बीच तनाव का कारण भी बनती है।
निष्कर्ष: आर्यन खान का यह बयान नेपोटिज़्म के मुद्दे को फिर से प्रमुखता से उजागर करता है और इंडस्ट्री को इस पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत दिखाता है। अगर बॉलीवुड को एक निष्पक्ष और प्रतिभावान जगह बनाना है, तो इस समस्या का समाधान जरूरी है।