
जलन की पहली चिंगारी:
अरे वाह रे वाह! सुन के तो मोर बुझला की पानी फूटेगा! माने जूरीकंडीशनर भी पिघल गया, जब पता चला कि क्यूबेक की सुपर सिक्योरिटी जेल में बैठा मर्तिन शारेस्ट, जिसे मालूम नहीं था कि जेल में भी ड्रामा चलता है, उसने क्या धमाका किया! भई, वो कुख्यात सीरियल किलर रोबर्ट पिकटन को मारा! हाँ, वही पिकटन जिसके नाम की खौफ से पूरे जेल का कैमरा धीमे धीमे घूमता था।
गुड्डू की मम्मी का मुँह 180° टेढ़ा:
पड़ोस की आंटी बोल रहीं थीं, “क्या भाई? वो मर्तिन, जिसने कहा गया कि खुद को बचाएगा, अब गिल्टी कबूलने जा रहा है? सोचा था जेल में आराम मिलेगा, लेकिन ये तो ऊपर से नीचे तलक जलन की आग लगा दी!” लगता है मर्तिन की लाइफ में अब रिहाई नहीं, सिर्फ जेल की सलाखों के पीछे की कहानी बची है। WhatsApp वाली बुआ ने भी कहा, “सुनना है कि जेल में उसकी हालत अब दाल-चावल खाके कैसे होगी! पूरा जेल वो का देख रहा है।”
इन्फ्लुएंसर्स vs. आम आदमी—कौन जले ज़्यादा?
सोचा था कि सोशल मीडिया पे हमें ही जलन होती, पर ये मर्तिन और पिकटन का ड्रामा देख कर लगता है कि जेल भी किसी रियलिटी शो से कम नहीं! 🤯 सोशल मीडिया वाले जब अपने ग्लैमर वाली ज़िंदगी दिखाते हैं, तब ही जलन होती है। पर ये काला ड्रामा देखकर तो पड़ोस की चाची की आंखों में आग निकल रही है। “है के नहीं? ये बंदूकबाज लोग भी क्या कम जलावन है!”
सोशल-मीडिया का नमक:
अब सच्चाई ये है, सोशल मीडिया पर हर कोई अपनी चमक दिखाता है, लेकिन जेल की दुनिया की रंजिशें? वो अलग ही मसालेदार होती हैं। मर्तिन के फैसले से तो पूरे क्यूबेक की जेल में भयंकर चर्चा हो रही है—कौन कहेगा कि वहां सब शांति से रहता है? पड़ोसन की टिप्पणी याद आई, “जेल के अंदर भी कैसा जलन का खेल चलता होगा! देखते हैं आगे क्या रंग दिखाते हैं!”
आंटी लोगों की आख़िरी फूँ-फाँ:
पड़ोस की मीना आंटी ने भी कहा, “देखो, अब तो मर्तिन की कहानी तो हम घर-घर पहुंचाएंगे। जो मुँह पहले बड़ा था, अब गिल्टी का फैसला कर के छोटा कर लिया। क्या था जो रोबर्ट पिकटन की चमक देख के जल गये? अब मर्तिन के ऊपर निगाहें होंगी। जलन हम जैसे लोगों की तो हर रोज़ की रोटी है, पर ये कहानी किसी भी बॉलीवुड फिल्म से कम नहीं!” [फुस्स…]
चलो भई, अब हम भी दही-शक्कर खाकर लाइक्स बटोरने चलें, क्योंकि अगली ज़ोरदार जलन के लिए पढ़ते रहिए Jelousy News!