September 13, 2025
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चेतन हंसराज की 22 घंटे लगातार बिना ब्रेक काम करने वाली मेहनत ने न केवल उनके सहकर्मियों बल्कि पड़ोस और सोशल मीडिया पर भी तहलका मचा दिया है। उनकी इस मेहनत और लगन को देखकर जहां कुछ लोग उनके लिए सम्मान और तारीफ करते हैं, वहीं कई लोग जलन भी प्रकट कर रहे हैं।

जलन की पहली चिंगारी

चेतन हंसराज की कड़ी मेहनत के किस्सों ने दिलों में जलन और जलती हुई घुलन पैदा कर दी है। इतने लंबे समय तक बिना रुके काम करने की क्षमता के बारे में सुनना वाकई हैरान करने वाला है। पड़ोस की मम्मियाँ उनकी तुलना अपने घर के लड़कों से करती हैं और उनकी मेहनत पर हैरानी जताती हैं।

पड़ोस की प्रतिक्रियाएँ

  • पड़ोस की महिलाएं कहती हैं कि उनके घर के लड़के तो सोते ही रहते हैं।
  • वे चेतन के 22 घंटे काम करने को देखकर हक़ीक़त में जलती हैं।
  • इन्हें यह भी लगता है कि ऐसी मेहनत करने वाली लड़की होने पर उनकी बेटियों का जीवन बदल जाता।

इन्फ्लुएंसर्स और असली कलाकारों में फर्क

सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स की चमक-दमक के सामने असली कलाकारों की कड़ी मेहनत अक्सर छिप जाती है। चेतन हंसराज जैसे कलाकारों का संघर्ष और लंबी शिफ्टें, कैमरा क्रू के साथ कड़ी मेहनत करना उनकी असली लाइफ का हिस्सा है:

  1. लंबी घंटे काम करना।
  2. कई बार बिना ब्रेक के काम करना।
  3. माइक्रोफोन, कैमरा और डायरेक्टर के निर्देशों के साथ तालमेल बनाना।

सोशल मीडिया का प्रभाव

सोशल मीडिया पर मेहनत करने वालों की कहानी को कम दिखाया जाता है, जबकि दिखावट वाला काम ज्यादा लाइक्स और फॉलोअर्स पाता है। चेतन जैसे कलाकारों को कई बार ऐसे कमेंट्स भी मिलते हैं जो उनकी मेहनत को कम आंकते हैं।

पड़ोस की आंटियों की नज़र

पड़ोस की आंटियाँ भी इस मेहनत को लेकर दोराहा खड़ी हैं। कुछ मानती हैं कि 22 घंटे लगातार काम करने वाला कोई साधारण व्यक्ति नहीं हो सकता, और कुछ इस पर संदेह भी जताती हैं कि कहीं इसमें कोई रहस्य तो नहीं।

निष्कर्ष

चेतन हंसराज की कड़ी मेहनत और समर्पण के पीछे की कहानी सिर्फ परिश्रम नहीं, बल्कि असली संघर्ष और लगन की मिसाल है। यह कहानी हमें यह याद दिलाती है कि सफलता और मेहनत के बीच गहरा संबंध होता है, भले ही इसके साथ जलन और आलोचना भी जुड़ी हो।

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