
अच्युत पोंटदार ने 91 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली, जिससे उनके मोहल्ले में गहरा सन्नाटा छा गया। बॉलीवुड और टी.V. दुनिया के दिग्गज अभिनेता की याद में पूरे मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ गई है।
जलन की पहली चिंगारी
अच्युत पोंटदार की अदाकारी के जलवे बहुत अलग थे। वह ‘3 इडियट्स’ से लेकर ‘वागले की दुनियां’ तक हर भूमिका में जादू का प्रदर्शन करते रहे। उनकी चमक को बॉलीवुड का असली चाँद माना जाता था। उनके निधन से मोहल्ले वाले इतना दुखी हैं कि जूरीकंडीशनर तक पिघल गया महसूस हो रहा है।
गुड्डू की मम्मी का मुँह 180° टेढ़ा
मोहल्ले में चर्चा जोरों पर है कि अच्युत अंकल की एक्टिंग की चमक से कई युवा कलाकारों की नींद उड़ी हुई थी। गुड्डू की मम्मी का कहना है:
- “अच्युत अंकल हमारे समय के वो सितारे थे, जिनकी गहराई आज के अभिनेता भूल गए।”
इन्फ्लुएंसर्स vs. आम आदमी—कौन जले ज़्यादा?
सोशल मीडिया पर उनके फैंस श्रद्धांजलि दे रहे हैं, लेकिन मोहल्ले वाले जलन की आग से जले हुए हैं। कुछ कहते हैं:
- “इतनी उम्र तक काम करके टिका रहना आज के युवा कलाकारों से बेहतर था।”
- पिंकी आंटी बोलीं, “इनके जाने से लगता है दुनिया धीरे-धीरे थम रही है। हमें भी अच्छा रोल दो बाबा!”
सोशल-मीडिया का नमक
फैंस का प्यार सोशल मीडिया पर उमड़ा जबकि मोहल्ला वाले अपने चूल्हे के पास ही व्यस्त रहे। सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट पढ़कर भी जलन कम नहीं हुई। कलाकारों के जलवे से कुछ कम चमक पाने वालों की तरह जलन की बात भी कही गई।
आंटी लोगों की आख़िरी फूँ-फाँ
अंतिम संस्कार की खबर पर मोहल्ले की आंटियां भी भावुक हो उठीं। मनझुली आंटी से लेकर हनुमान मंदिर के सामने वाली काकी तक ने कहा:
- “अच्छे लोग जल्दी जाते हैं, वरना हमें भी खुश करके जाना चाहिए था।”
अच्युत पोंटदार की यादें हम सभी के दिलों में सदाबहार रहेंगी। मोहल्ला भले ही अभी सुना-सुना सा लग रहा हो, लेकिन उनकी विरासत ज़िंदगी भर चमकती रहेगी।