
टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में महात्मा गांधी पर बनी भारत की पाँच फिल्में और एक टीवी सीरीज़ की प्रदर्शनी ने पड़ोस में जलन की आग भड़काई है। एक तरफ जहां महात्मा गांधी की संघर्ष कहानी ने दर्शकों को भावुक कर दिया, वहीं पड़ोस की कुछ महिलाएं इस सफलता को देखकर जलन और असंतोष जता रही हैं।
जलन की प्रतिक्रिया
- पड़ोस की बुआ ने इस सफलता को देखकर कहा, “विदेशी मंचों पर हमको मात देते हैं, हमारे लाइव ड्रामे के मंचों पर हमारा नाम मर जाता है!”
- गुड्डू की मम्मी का कहना है कि महात्मा गांधी की फिल्मों की चर्चाएँ देखने के बाद उनकी जलन चरम पर पहुंच गई है।
- इंस्टाग्राम पर पड़ोस की गबरू बहन ने अपनी परफेक्ट लाइफ की तस्वीर डालकर डिजिटल जलन जताई।
सोशल मीडिया और अफवाहें
कहते हैं कि इस फिल्म समारोह की सेलिब्रेशन महात्मा गांधी की सादगी दिखाने के लिए नहीं, बल्कि बड़े बजट और ग्लैमर के साथ की गई है। पड़ोस की जुड़वा आंटी इस पर भाप निकालने लगी हैं और सोशल मीडिया पर जलन की आग लगातार बढ़ रही है।
पड़ोस वालों की अंतिम प्रतिक्रिया
- रंग-सदल सनम और मिस कूल कुंआरी का कहना है कि इंडिया का नाम बड़े मंच पर चमक रहा है, जबकि वे यहाँ घर के काम में व्यस्त हैं।
- उनका सवाल है कि अब वे भी दही-शक्कर खाकर लाइक्स बटोरने की कोशिश करें या नहीं।
अंत में, यह कहना उचित होगा कि यह जलन जुनून में बदलेगी और उसी जुनून से अगली बड़ी उपलब्धि संभव होगी। सिनेमा और सामाजिक मंचों पर ऐसी सफलताएँ हमारे देश के लिए गर्व की बात हैं।