
मिथुन चक्रवर्ती ने अपने बॉलीवुड पार्टियों में न जाने के पीछे का कारण बताया है। वे कहते हैं कि वह गपशप नहीं करते और शराब भी नहीं पीते, इसलिए उन्हें ऐसी पार्टियों में दिलचस्पी नहीं रहती।
जलन की पहली चिंगारी
जब पूरी बॉलीवुड जगत पार्टियों में मस्ती में डूबी होती है, तब मिथुन चक्रवर्ती अपने परिवार के साथ शांति से समय बिताते हैं। उनका कहना है कि उनका रुझान शोर-शराबे की जगह काम और परिवार की ओर अधिक है।
गुड्डू की मम्मी की प्रतिक्रिया
पड़ोस की गुड्डू की मम्मी ने कहा कि जितनी फिल्मों में मिथुन जी एक साथ काम कर रहे हैं (एक बार में 65 फिल्में!), वह दर्शाता है कि उनका समय केवल काम के लिए ही होता है, पार्टी के लिए नहीं। उनका परिवार के प्रति प्रेम देखकर यहां तक काजल भी शर्मिंदा हो गईं।
इन्फ्लुएंसर्स और आम आदमी के बीच तुलना
वहीं दूसरी तरफ, सोशल मीडिया पर टिक-टोक और अन्य प्लेटफॉर्म के जाने-माने लोग पार्टियों की तस्वीरें साझा करते हैं, लेकिन मिथुन चक्रवर्ती अपने फोकस और सादगी में एकदम निराले हैं। उनकी यह सादी प्रकृति दूसरों के लिए प्रेरणा है।
सोशल मीडिया की सोच
फेसबुक जैसे मंचों पर कई लोग पार्टी जीवन को महत्व देते हैं, लेकिन मिथुन भाई का संदेश है: “शराब छोड़ो, गपशप छोड़ो, काम पर लगो“। उनका नया अंदाज काम और परिवार को प्राथमिकता देना है, जो बहुतों के लिए मिसाल बन गया है।
आंटी लोगों की अंतिम टिप्पणी
मोहल्ले की एक बुजुर्ग आंटी ने कहा कि कलाकारों को पार्टी करना छोड़ देना चाहिए। मिथुन चक्रवर्ती ने इस जलन पर पानी छिड़क दिया है और अपने व्यवहार से यह जाहिर किया है कि जलन की बजाय काम और परिवार में ही सच्ची चमक है।
अंत में, हमें सीखना चाहिए कि असली चमक तो उन लोगों को मिलती है जो परिवार से जुड़े रहते हैं और एक साधारण जीवन जीते हैं।