
रवीना टंडन एक ऐसी अभिनेत्री हैं जिन्होंने बॉलीवुड में अपनी एक्टिंग और स्टाइल से सबका ध्यान खींचा है। लेकिन उनके करियर के दौरान कई बार उन्हें अनचाही टिप्पणियों का सामना भी करना पड़ा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें ‘थंडर थाइज’ कहकर बुलाया गया, जो उनकी जादुई और आकर्षक जांघों को लेकर था।
इस तरह की बातें और टिप्पणियां न केवल असभ्य हैं बल्कि महिलाओं के प्रति समाज के दृष्टिकोण में सुधार की आवश्यकता को भी उजागर करती हैं। रवीना टंडन जैसे सितारों के मामले में यह देखना चौंकाने वाला नहीं कि उन्हें ऐसे गलत और ज़हर भरे दौर का सामना करना पड़ा।
ऐसे ज़हर भरे दौर के बारे में कुछ चटपटी बातें
- बॉलीवुड में महिलाओं की तस्वीर अक्सर उनके लुक्स और फिगर पर केंद्रित होती है, न कि उनके टैलेंट पर।
- रवीना टंडन को ‘थंडर थाइज’ कह कर उनकी बॉडी कमेंट्स का शिकार बनाया गया, जो पहले के दौर की एक आम समस्या थी।
- ऐसे कमेंट्स से न केवल मानसिक तनाव होता है बल्कि इसका प्रभाव उनकी प्रोफेशनल लाइफ पर भी पड़ता है।
- सिनेमा जगत में महिलाओं के लिए समानता और सम्मान की मांग अब भी जारी है।
रवीना टंडन की स्थिति में सुधार कैसे हो सकता है?
- मीडिया और पब्लिक को महिलाओं के प्रति सम्मानजनक भाषा अपनानी चाहिए।
- फिल्म इंडस्ट्री द्वारा महिलाओं के टैलेंट को महत्व देना चाहिए, ना कि केवल उनके लुक्स को।
- ऐसे कमेंट्स के खिलाफ कड़े नियम और संवेदनशीलता बढ़ाई जानी चाहिए।
- सकारात्मक और प्रेरणादायक कहानियों को बढ़ावा देना चाहिए जो महिलाओं को सशक्त बनाएं।
रवीना टंडन जैसे कलाकारों ने अपनी कला से सबको दिखा दिया कि टैलेंट सबसे बड़ा हथियार होता है। इसीलिए ज़रूरी है कि हम सभी उनके प्रति सम्मान और संवेदनशीलता का परिचय दें और ऐसे ज़हर भरे दौर को पीछे छोड़कर सकारात्मकता की ओर बढ़ें।