
यह क्राइम शो अपने 18 सीजन और 84% रेटिंग के बावजूद भी एक खास वजह से ज्यादा लोकप्रिय नहीं हो पाता। चलिए जानते हैं इसके पीछे की कुछ मुख्य बातें:
1. व्यस्त लाइफस्टाइल और नजरअंदाज़ किया जाना
लोग अपनी रोज़मर्रा की जिंदगी और डेली ड्रामा में इतने व्यस्त हैं कि इस शो की सटीकता और मेहनत को पूरी तरह समझ नहीं पाते।
2. असली हत्यारों की चाल-ढाल की बेहतरीन पकड़
यह शो हत्यारों के असली चाल-ढाल को इस क़दर सटीक तरीके से प्रस्तुत करता है कि इसे देखकर कई बार पड़ोस में तो तोहमत लगती है कि कोई इसे देखकर खुद हत्यारा बन सकता है।
3. सोशल मीडिया पर जलन और कद्र की कमी
सोशल मीडिया के ग्लैमरस और फेमस इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर्स के बीच जहाँ जलन होती है, वहीं इस शो के फैंस भी अपनी मेहनत की कद्र न होने पर जलते हैं। सोशल मीडिया की दुनिया में इस शो के असली महत्व को समझना और मान्यता देना बाकी है।
4. फिक्शन बनाम सच्चाई का फासला
बहुत से लोग इस शो को केवल एक फिक्शन मानते हैं, लेकिन जो लोग हत्यारा प्रोफाइलिंग में हैं, वे जानते हैं कि यह शो वास्तविक मामलों के लगभग समान सचाई से भरा हुआ है।
5. समाज की प्रतिक्रिया
अक्सर पड़ोस वाली और आंटी की बातें सुनने को मिलती हैं जो इस शो के प्रभाव को दर्शाती हैं कि बिना इसे देखे रहना एक तरह की गलती है।
निष्कर्ष: यह शो अपनी गहराई, सटीकता और मेहनत के बावजूद भी अपनी सही जगह सोशल मीडिया की चमक-धमक और व्यस्त जीवनशैली की वजह से उतनी लोकप्रियता नहीं पा पाता जितना उसे मिलना चाहिए। इसलिए, अगली बार जब यह शो देखें, तो सिर्फ मनोरंजन के लिए नहीं, बल्कि इसकी मेहनत और सच्चाई की कद्र करते हुए देखें।