
मिथुन चक्रवर्ती ने हाल ही में पार्टी-एवार्ड्स को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने इसे अपने लिए “टेंशन का सौदागर” बताया। उनका मानना है कि ये अवार्ड्स कई बार कलाकारों के लिए तनाव और चिंता का कारण बन जाते हैं, बजाय कि उत्सव और खुशी के मौके के।
उन्होंने कहा कि अवार्ड्स का असली मकसद कलाकारों की मेहनत को सम्मानित करना होना चाहिए, लेकिन कभी-कभी ये समारोह उल्टा असर डालते हैं और कलाकारों की नकारात्मक भावनाओं को बढ़ावा देते हैं। मिथुन के अनुसार, पार्टी-एवार्ड्स में ज्यादा ध्यान प्रतिस्पर्धा और तुलना पर हो जाता है, जिससे कलाकारों की प्रदर्शन क्षमता पर भी असर पड़ता है।
मिथुन चक्रवर्ती के विचारों के मुख्य बिंदु
- पार्टी-एवार्ड्स से तनाव और चिंता बढ़ती है।
- इन अवार्ड्स का उद्देश्य सही ढंग से सम्मान देना होना चाहिए।
- अवार्ड समारोह में प्रतिस्पर्धा अधिक हो जाती है।
- कलाकारों की मानसिक स्थिति पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
मिथुन की इस बात से यह समझा जा सकता है कि हर कलाकार के लिए सफलता का मापन केवल पुरस्कारों से नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि उनकी कला और मेहनत पर भी ध्यान देना आवश्यक है।