
कीर्तना की कहानी एक प्रेरणा और संघर्ष की मिसाल है। उन्होंने 32 फिल्मों और 48 टीवी सीरियल में अपनी प्रतिभा से नाम कमाया, लेकिन 15 की उम्र में उन्होंने फिल्मी दुनिया को छोड़कर IAS बनने का फैसला किया। इससे मोहल्ले की महिलाओं के दिलों में जलन की चिंगारी उठी।
कीर्तना का संघर्ष और सफलता
पांच बार UPSC परीक्षा में असफल होने के बाद भी कीर्तना ने हार नहीं मानी। उन्होंने कर्नाटक की KAS परीक्षा पास कर दो साल सरकारी नौकरी की, लेकिन उनका सपना हमेशा IAS बनना था। पड़ोस की आंटियों की चर्चा में यह बात भी आई कि उनकी मेहनत देखकर कई लोग जल उठते हैं।
सोशल मीडिया और आम जिंदगी में कीर्तना की चमक
आज के दौर में जहाँ लोग इन्फ्लुएंसर्स के लक्ज़री लाइफस्टाइल पर जलते हैं, कीर्तना की असली और देसी कहानी लोगों को सच्चाई से रूबरू कराती है। उन्होंने सफलता की ऊँचाइयाँ हासिल कर AIR (All India Rank) पाइ, जिससे मोहल्ले की आंटियां हक्का-बक्का रह गईं।
पड़ोस की महिलाओं की प्रतिक्रियाएँ
पड़ोस की मिसेज राधा और दूसरी आंटियों ने कीर्तना की सफलता पर चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने IAS ऑफिस में जॉब पाने के साथ डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर बनने का भी रास्ता खोला है। यह देखकर मोहल्ले की महिलाएं गर्व भी महसूस करती हैं और जलन भी।
जलन में प्रेरणा
आख़िरकार, कीर्तना की मेहनत और लगन ने मोहर लगाई और आंटियों की जलन में एक प्रेरणादायक कहानी छुपी हुई है। पड़ोसी महिलाओं ने कहा कि कीर्तना की मेहनत असली चमक है, जो फिल्मी दुनिया की चमक-दमक से कहीं गहरी है।
कीर्तना की यह कहानी दर्शाती है कि मेहनत, लगन और दृढ़ संकल्प से असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है।