September 11, 2025
Untitled_2x (12)
Spread the Jealosy X

‘परम सुंदरी’ की धमाकेदार एंट्री से मोहल्ला जैसे किसी रंगीन मेले में बदल गया है। Janhvi Kapoor की अदाओं और फिल्म की चर्चा ने हर किसी के दिल और जुबां पर अपनी छाप छोड़ी है। इसके साथ ही, मोहल्ले की आंटियों की तंज भरी टिप्पणियाँ और मज़ेदार हलचल ने माहौल को और हसीन बना दिया है।

जलन की पहली चिंगारी

Janhvi की नयी अदाओं ने पड़ोस की सुनकरी आंटी को भी लगाम से बाहर कर दिया। उन्होंने शिकायत की, “मेरा फेवरेट टीवी सीरियल अब बोरिंग लगने लगा है, जबसे ये ‘परम सुंदरी’ ने बज़ बना दिया!” पड़ोस के गुड्डू ने भी कहा, “सिद्धार्थ की स्माइल देखकर तो दिल मेरा स्मार्टफोन जैसा पिघल गया।” इस जलन-भरे माहौल ने पूरे मोहल्ले को हिला कर रख दिया है।

गुड्डू की मम्मी का मुँह 180° टेढ़ा

मोहल्ले की गुड्डू की मम्मी, जो हमेशा बिहार वाला मक्खन लेकर आती हैं, फिल्म देखने के बाद सीधे ‘परम सुंदरी’ के गीत गुनगुनाने लगीं। WhatsApp वाली बुआ ने मजाक में कहा, “अब तो लगता है गुड्डू विदेश की नौकरी छोड़कर बॉलीवुड में डांस मास्टर बनने वाला है।” जलन की ये आग मोहल्ले के दिलों में भयंकर रूप में जल रही है।

इन्फ्लुएंसर्स vs. आम आदमी—कौन जले ज़्यादा?

सोशल मीडिया पर #ParamSundariReview ने तहलका मचा रखा है। कुछ फैंस ने कहा है, “क्या ये हिट होगी या फ्लॉप, समय बताएगा।” जबकि Janhvi महंगी साड़ियों में चमक रही हैं, आम आदमी अपनी रोज़मर्रा की जिंदगी में व्यस्त है। यह विरोधाभास मोहल्ले में जलन और निराशा की भावनाओं को बढ़ाता है।

सोशल-मीडिया का नमक

TikTok और Instagram पर #ParamSundariReview की चर्चा खूब है। मोहल्ले के लोग भी इस चर्चा में कूद गए हैं और एक-दूसरे को मजेदार और तंज भरे रिप्लाई कर जलन के ठुमके लगा रहे हैं। आंटी-चाची टोली भी कहती है, “जहाँ चमक है, वहाँ जलन है।”

आंटी लोगों की आख़िरी फूँ-फाँ

  • पिंकी आंटी: “Janhvi की साड़ी इतनी महँगी लगती है जैसे हर धागे में डायमंड जड़ा हो।”
  • मोहल्ले के मिंटू: “परम सुंदरी अच्छी है, वरना इतना हल्ला कौन करता?”

मोहल्ले के लोग अब दही-शक्कर खाकर ‘परम सुंदरी’ की चर्चा खूब कर रहे हैं और लाइक्स बटोरने के लिए तैयार हैं। आने वाले दिनों में जलन का यह सिलसिला और भी ज़ोरदार होने वाला है।

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page