
अरे बाप रे! याद है आपको वो पुरानी ज़माना जब बंगाली टीवी पर ‘Ek Akasher Niche’ ने तहलका मचा दिया था? हाँ-हाँ, वही शो जिसने हमारे मोहल्ले की चाय-शॉप तक के कान खड़े कर दिए! 🫖☕ मानो जूरीकंडीशनर भी पिघल गया उस जोश में!
जलन की पहली चिंगारी
जो सितारे उस शो से निकले, उनकी चमक देखते ही बनती है। भला एक के बाद एक स्टार्स ने ऐसी महँगी-सी चमक देखाई कि पड़ोस की बिच्छू-आंटी “ये कितना बड़ा सिंघाड़ा पकड़ा है इन्हीं बच्चों ने!” कह कर अपनी चुगली-पिटवानी सिखा गई। उस दौर में हमारे मोहल्ले के रेडियो भी सायब, ‘Ek Akasher Niche’ के गानों पर गुनगुनाते थे।
गुड्डू की मम्मी का मुँह 180° टेढ़ा
सुना है गुड्डू के मम्मी-पापा को तो उस शो के सुपरहिट कलाकारों की सास-बहू के विवाद वाली कहानी में इतना मज़ा आया कि उन्होंने बताया, “अरे बचपन में तो हम भी ऐसे टीवी सीरियल देख-देख कर आँखें छलकी थीं।” और ये देखकर तो पड़ोस में खटपट मच गई!
इन्फ्लुएंसर्स vs. आम आदमी—कौन जले ज़्यादा?
आजकल इंस्टा और टिक टॉक वाले तो मुंह मार-मार के देखते हैं उस शो को, कि क्या टाइम था जब एक सीरियल से पूरा चैनल जल उठता था। आज सोशल मीडिया पर जो झूठी चमक दिखाते हैं, ‘Ek Akasher Niche’ के सितारों की रियल जर्नी से तुलना करके तो जलन का मीटर फुल हो जाता है।
सोशल-मीडिया का नमक
WhatsApp वाली बुआ बोली है कि जिन दिनों वह शो आया, मोहल्ले की आंटी-चाची गपशप की दुकान की शाइनिंग स्टार थीं। गपशप में ‘Ek Akasher Niche’ के डायलॉग्स की तुकबंदी सुनते-सुनते उनकी गर्मी इतनी बढ़ गई कि AC वाले भी कह उठे, “ओ माई गॉड, इतना ड्रामा तो यहाँ भी नहीं!”
आंटी लोगों की आख़िरी फूँ-फाँ
अब देखो, जब से नेटफ्लिक्स और अमेज़न जैसी चीज़ें आईं, मोहल्ले की सब आंटी लोग पुराने ‘Ek Akasher Niche’ वाले एपिसोड दोहराने लगी हैं। कहते हैं – “अरे बच्चो, वो ज़माना ही कुछ और था, आते दिन जलन की कहानियाँ मिलती थीं!” और हम तो सोचते हैं, वो जलन नहीं, एकदम खली पाज़ल है जो अब तक पूरे नहीं हुए!
तो भई, जब ‘Ek Akasher Niche’ जैसा क़िताबी काला जलन-जलेबी घोल दे, तो फिर कौन रुके? अगली बार फिर किसी से होगी हमारा जलन-व्यंग्य सत्र, तब तक दही-शक्कर खाकर लाइक्स बटोरने चलें…
> अगली ज़ोरदार जलन के लिए पढ़ते रहिए Jelousy News!