
अरे बाप रे! टीवी के उन ‘The X-Files’ जैसे शो ने हमारा दिमाग ऐसा घुमाया कि अब हर पेड़-पौधे में एलियन का भूत नजर आता है! जलन की पहली चिंगारी तो तब लगी जब पता चला कि ये शो सिर्फ कहानियाँ नहीं बना रहे थे, बल्कि हम जैसे आम जनता को भी कन्फ्यूज़ करके कॉन्सपिरेसी थ्योरीज़ के जाल में फंसा रहे थे। उफ़्फ, मेरी तो जलन-जलेबी घुल गई, देखो कितनी चालाकी से हमको शंका और शक के बीच फंसा दिया। कहते हैं ना, “क्या नहीं है इस डिजिटल दौर में?” लेकिन सोशल-मीडिया का नमक तो यहां पूरे तड़के से छिड़का गया। कहा सुना है कि WhatsApp वाली बुआ तो रोज़ नए नए एलियन और सरकार की योजनाओं पर नई-नई वीडियो भेजती रहती हैं।
“गुड्डू की मम्मी का मुंह 180° टेढ़ा” हो गया जब उसने सुना कि इन टीवी शो ने लोगों को इतना पागल कर दिया कि वे हर छोटी से छोटी घटना में कोई बड़ी साजिश पकड़ लेने की होड़ में लग गए। मनो जूरीकंडीशनर भी पिघल गया देख इनके झूठ और सच के बीच के तालमेल को! अब पूछो तो ये इन्फ्लुएंसर्स vs. आम आदमी—कौन जले ज़्यादा? समझ नहीं आता। इन्फ्लुएंसर्स तो सीधा कैमरे के सामने झूठ बोला करते हैं, पर आम आदमी जाकर पड़ोसन की चुगली में उलझ जाता है।
अभी अभी सोशल मीडिया पर देखा, लोगों के पागलपन की कोई हद नहीं। हर कोई कह रहा है कि ये टीवी शो आँख खोलने वाले हैं, जबकि असल में आंखें बंद करके उन्हें भ्रमित कर देते हैं। आंटी लोगों की आख़िरी फूँ-फाँ तो यही है कि क्यों उनके पोते पोती भी अब गली की कुट्टी से ज्यादा बाहर की सचाई से डरते हैं! एकदम फुस्स… लगा जैसे हमारी कुटिया में किचन फायर लग गया हो!
तो भाइयो बहनो, अगली बार जब कोई टीवी शो देखकर आपको लगे कि भैया अलौकिक सच्चाई सामने आई, तो एक बार सोच लेना कि कहीं खुद को उस झूठ के जाल में तो नहीं फंसा रखा। चलिए अब हम भी दही-शक्कर खाकर लाइक्स बटोरने चलें…
अगली ज़ोरदार जलन के लिए पढ़ते रहिए Jelousy News!