
अरे बाप रे! जब से ‘डेक्सटर’ वाला शो टीवी पे आया था, तब से हम सब के मन में वो खौफ़ और जलन का डोज़ कम हुआ नहीं। लगभग बीस साल बाद भी हमारे मोहल्ले की चाय-चुस्की में सबसे ज़्यादा चर्चा होती है सीरियल किलर वाले शोज़ की। ये शोज़ इतने तेज़ हैं कि गुड्डू की मम्मी का मुँह भी 180° टेढ़ा हो गया!
जलन की पहली चिंगारी तब लगी जब पिछले हफ़्ते WhatsApp वाली बुआ ने बताया कि नया सीरियल जिसमें पेन बैडग्ले (जो ‘यू’ के जो गोल्डबर्ग में हैं) ने चारों तरफ आग लगा रखी है, लोगों के दिलों में डर के साथ-साथ जलन भी नहीं रहने देता। उफ़्फ, मेरी तो जलन-जलेबी घुल गई!
इतना सस्पेंस, इतना ड्रामा, और इतना कूल फैशन कि मनो जूरीकंडीशनर भी पिघल गया 😏। पड़ोस की पिंकी रोज़ कहती है, “वाह रे लालची दुनिया, कैसी ये बढ़ती रुचि जो लोगों को खून-खराबे में भी मज़ा लेने लगी?” गुड्डू की मम्मी तक बोलीं, “कहां से लाते हैं ये सॉलिड टेलेंट, जो हम जैसे आम लोगों के दिमाग़ से भी तेज़ हैं!”
सोशल-मीडिया का नमक भी अब इसी टॉपिक पर चटपटा लग रहा है, जहां लोग सीरियल किलर सीरीज से ज्यादा जलन कर रहे हैं कि ये कलाकार कैसे अपनी शक्ल-सूरत से भी ज्यादा खतरनाक हो सकते हैं।
उफ़्फ, पड़ोसी के बेटे ने विदेश में तो अच्छा कमा लिया, पर ये लोग तो अपनी स्क्रीन से हम सबको टीवी पर कैद कर लेते हैं।
और आंटी लोगों की आख़िरी फूँ-फाँ? खिलखिलाकर हँसते हुए कहतीं, “हम तो कहते हैं, ये सीरियल किलर्स से ज़्यादा तो पड़ोस की चुगली वाली आंटियाँ खतरनाक हैं।” सच कहा, ना? हंसी तो तब आती है जब ये शोज़ खत्म होते हैं और लोग सोचते हैं अपने मोहल्ले की जलन कम हो जाएगी—अरे नहीं, बस नया शोज़ आ रहा है! फुस्स…
तो भाई, अब हम भी दही-शक्कर खाकर लाइक्स बटोरने चलें…
अगली ज़ोरदार जलन के लिए पढ़ते रहिए Jelousy News!