September 11, 2025
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अरे बाप रे! जब इंडियन सीरियल्स के बोलते-बोलते लोटपोट हो जाओ, तो सोचो, पाकिस्तान के ड्रामे क्या-क्या धमाका कर देते होंगे! सुन्नो चंदा से लेकर सुन मेरे दिल तक, और वो कभी मैं कभी तुम वाला मसाला… मतलब, इतनी ड्रामाई तो भई वाह! आप सोचो कि हमारे मोहल्ले की आंटी भी इंस्टाग्राम स्टोरीज़ छोड़कर इन ड्रामों में डूब जाए। छोटा सा पलक झपकते इन शो का ताना-बाना ऐसा बड़ा कि दिल मुस्कराए या जलन खाए, दोनों हो सकते हैं। कहते हैं, ये पाकिस्तानी ड्रामे तो कहानी सुनाने में ऐसे माहिर हैं कि आपको लगेगा, ‘अरे वाह, हमारे यहां भी ऐसे जलन के ठिकाने बन जाएं!’

जलन की पहली चिंगारी तो तभी लग जाती जब इन शो के कैरेक्टर्स की मिडिल क्लास ज़िंदगी में जो ट्विस्ट आते हैं, उससे तो मोहल्ले की झोपड़ी की ड्रामेबाजी भी कम लगती है। अर्रे, जब सब्ज़ी वाली आंटी भी टीवी के सामने बैठकर कहे, “हाय राम, ये कौन-कौन हैं जो इतनी ड्रामेबाजी करते हैं!” तो समझो मामला गम्भीर है।

गुड्डू की मम्मी का मुँह 180° टेढ़ा हो जाए, तो समझो सच में कहानी में जलन घोलने वाली सामग्री भर दी गई। ये पाकिस्तानी ड्रामा तो ऐसे ट्विस्ट मारते हैं कि आपका जूरीकंडीशनर भी पिघलकर निकल जाए। हमारे पड़ोस की बिच्छू आंटी भी कहती हैं कि “कहा सुना है, वो ‘कभी मैं कभी तुम’ वाला सीरियल तो इतनी लो-ग, लास्ट एपिसोड में लोग इमोशनल होकर रो पड़े।”

इन्फ्लुएंसर्स vs. आम आदमी—कौन जले ज़्यादा? ये सवाल तो सोशल मीडिया पर भी छाया हुआ है। पाकिस्तानी ड्रामों के कैरेक्टर्स की झगड़ालू-मतलब-जलन भरी बातें देखकर तो इंस्टाग्राम के इन्फ्लुएंसर भी बस पानी भरकर बैठ जाएं। काहे? क्योंकि असली जलन तो वो होती है जो दिखती नहीं पर अंदर से आग लगाती है, जैसे हमारे मोहल्ले की आंटी की नजरें जब वो बाहर से सुंदर लगने वाली हिरोइन को देखती हैं।

सामाजिक मीडिया का नमक भी इनके ड्रामों में जब डाल दें तो बस मज़ा आ जाता है। हैशटैग #ड्रामा_टाइम, #जलन_का_सीजन और #पाकिस्तानी_ड्रामा इन दिनों चल रहे हैं हर विडियो और पोस्ट में। WhatsApp वाली बुआ बोली कि ये ड्रामे तो एकदम टॉप क्लास, और उनका कहना है कि “हाय हाय, इस वक्त तो हमारे दिल का तापमान 100 पार कर गया!”🤯😏

आंटी लोगों की आख़िरी फूँ-फाँ ऐसे ड्रामों के बारे में सुनकर शुरू होती है जब सुबह की चाय के साथ यही चर्चा चलती है कि आखिर इनका सीधा-सादा किरदार इतना मज़ेदार ड्रामा कैसे बना लेते हैं? और फरियाद ये भी है कि ऐसा ड्रामा हमारे मोहल्ले में भी हो, ताकि हम भी कुछ जलन भरे कॉमेंट कर सकें! [फुस्स…]

तो दोस्तों, जब तक ये पाकिस्तानी ड्रामे ऐसे जलन और ईमोशन का सेंटर फोर्स बने रहेंगे, तब तक हमारी जलन-जलेबी भी मीठी-मिठास लिए फूटेगी। अब हम भी दही-शक्कर खाकर लाइक्स बटोरने चलें…

> अगली ज़ोरदार जलन के लिए पढ़ते रहिए Jelousy News!

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