
मिथुन चक्रवर्ती, जो कभी बॉलीवुड के सबसे व्यस्त सितारों में से एक थे, अब बड़े-बड़े पार्टी और अवॉर्ड फंक्शंस से दूर रहने को लेकर चर्चा में हैं। उन्होंने खुद माना है कि वे गॉसिप नहीं करते और शराब नहीं पीते, जो आज के जमाने में एक तरह से असली हीरोइज्म जैसा माना जा सकता है।
जलन की पहली चिंगारी
जब मिथुन भैया पार्टीज़ में हिस्सा नहीं लेते तो आसपास के लोग सवाल करते हैं कि आखिर उन्होंने ये सब क्यों छोड़ दिया। उनकी इस राह को कई लोग समझने से भी चूक जाते हैं, खासकर पड़ोस की महिलाओं की जुबान पर सवाल उठते रहते हैं।
पड़ोस की आंटियों की प्रतिक्रियाएं
गुड्डू की मम्मी तक ने जब मिथुन भैया किसी पार्टी में नहीं आए तो कहा कि लगता है मोहल्ले के आंटियों की बातें सच हो गई हैं। उनका मानना है कि बिना शराब और गपशप के भी कोई खुश रह सकता है, ये बात वे स्वीकार नहीं कर पातीं।
सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स vs. मिथुन चक्रवर्ती
आज के इन्फ्लुएंसर्स रोज़ नई-नई पार्टी, डांस और ड्रिंक की तस्वीरें शेयर करते हैं, लेकिन मिथुन भैया एक बिल्कुल अलग और सरल लाइफस्टाइल अपनाए हुए हैं। यह सिद्ध करता है कि सीधे-सादे रहकर भी नाम और पहचान बनाई जा सकती है।
मिथुन चक्रवर्ती का परिवार और सोशल मीडिया
फिल्म इंडस्ट्री के अन्य सितारों की तुलना में, मिथुन साहब की सोशल मीडिया पर तस्वीरों में सिर्फ परिवार की मुस्कुराहट झलकती है। यह सादगी और ईमानदारी उनकी असली पहचान बन गई है, जो कई लोगों की जलन का कारण भी बनती है।
आंटी लोगों की आख़िरी प्रतिक्रिया
जब बाकी लोग शराब पीकर और गपशप करके समय बिताते हैं, तब मिथुन भैया ने परिवार को प्राथमिकता दी है। पड़ोस की आंटियां इस बात को समझ पाने में अभी भी कठिनाई महसूस करती हैं, लेकिन यही उनका खास अंदाज़ बन गया है।
संक्षेप में, मिथुन चक्रवर्ती की यह सादगी और खुद से जुड़े रहना उन्हें बॉलीवुड की चमक-दमक से अलग एक अलग मुकाम पर ले जाता है। उनकी यह ज़िन्दगी का तरीका कई लोगों के लिए मिसाल बन चुका है।