September 11, 2025
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अरे बाप रे! वो क्या दिन थे, जब हमारी अपनी चैंपियन एक्ट्रेस शिल्पा शिरोडकर के ऊपर ऐसी खबर उड़ गई कि शूटिंग के दौरान उन्हें गोली मार दी गई! उफ़्फ, मेरी तो जलन-जलेबी घुल गई जब सुना कि पूरे मोहल्ले में फैल गई ये अफवाह जैसे कोई फिल्म का ट्रेडिशनल प्रमोशन हो। हाँ, हाँ, वही ‘रघुवीर’ फिल्म की शूटिंग थी, जहां शिल्पा ने बताया कि उन्हें 25 मिस्ड कॉल्स तक आए! है के नहीं? मतलब मोबाइल का बैलेंस भी बेटर रह गया।

जलन की पहली चिंगारी

कहा सुना है कि वो दिन था जब शिल्पा की फ़ोन घंटी ऐसे बज रही थी जैसे मोहल्ले कीं सारी आंटीचैंजर्स मिला कर डांस फ्लोर पर कदम रखा हो। “अरे, क्या ड्रामा है! शूटिंग चल रही थी और वो अचानक मरी गई!” WhatsApp वाली बुआ ने तो जैसे स्क्रिप्ट पढ़ ली हो। हमारे मोहल्ले की गुड्डू की मम्मी तो बस आँखें फाड़े बैठी, कहने लगीं, “ऐसे तो हम भी अपना फिल्म प्रमोशन करवा सकते हैं!” वाह, काजल इतना गाढ़ा कि मेरी किस्मत भी काली पड़ गई!

गुड्डू की मम्मी का मुँह 180° टेढ़ा

और फिर यह अफवाह सुनते ही मोहल्ले की बिच्छू आंटी के होठों पर ताना पे मसाला चढ़ा, बोले, “इतनी बड़ी एक्ट्रेस को गोली मार देंगे और कोई पूछेगा नहीं!” उफ़्फ, हमारी तो मनो जूरीकंडीशनर भी पिघल गया उस फुस्स जैसे झूठी खबर पर। लेकिन असली बात तो यह है कि ये सब प्रचार के लिए किया गया था, नहीं तो कौन अपनी मौत की खबर चलाता है? सोशल मीडिया पर झूठी खबरें उड़ाना तो अब पुरानी बात हो गई है, मोहल्ले की चाची-बाएं भी अब एक्सपर्ट हो गए हैं इस मामले में।

इन्फ्लुएंसर्स vs. आम आदमी—कौन जले ज़्यादा?

शिल्पा ने खुद याद किया कि शूटिंग के वक्त सबकूछ कितना कन्फ्यूज था। हमारे मोहल्ले के इंस्टाग्राम वाले बच्चे भी यही सोच रहे होंगे, कि यार ये बड़े-बड़े सितारे भी क्या-क्या करते हैं प्रचार के लिए। हमारे यहाँ तो बस आम आदमी के जलने की खबरें रोज़ आती हैं, लेकिन ये तो पूरी इंडस्ट्री में जलन की आग लगा देते हैं। देखो-देखो, ये तो सोशल मीडिया का नमक है जो हर दिन नई नई कहानी मिलती है, जैसे गाय के गोबर पर ताज़ा हल्दी।

सोशल-मीडिया का नमक

बताऊँ? सोशल मीडिया पर तो खबर इतनी तेज़ फैलती है कि बड़ी-बड़ी फिल्मों के मेकर्स भी सोचते होंगे, ‘चलो, एक अच्छी अफवाह उड़ाते हैं, फिर देखो टैक्सी वाले से लेकर ठेला वाले तक बात करेंगे।’ इस पूरे ड्रामे में तो मोहल्ले की आंटी लोग भी कम नहीं, नज़दीक बैठ कर फूँ-फाँ करते हैं, ‘कहीं असली मामला तो नहीं छुपा!’ हमारे यहाँ तो आंटी लोगों की आख़िरी फूँ-फाँ होती है जब वे कहते हैं, “हमने तो पहले भी कहा था ये सब नकली है!”

चलो, अब हम भी दही-शक्कर खाकर लाइक्स बटोरने चलें और सोशल मीडिया की दुनिया में अपने जलन-शायरी के जाल बिछाएं। अगली ज़ोरदार जलन के लिए पढ़ते रहिए Jelousy News!

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