
जलन की पहली चिंगारी
अरे भाई! क्या देखा आपने! मृणाल ठाकुर, जो फिल्मों में तो चमकती हुई सितारा हैं, अब धनुष की बहनों को इंस्टाग्राम पर फॉलो करने लगी हैं! उफ़्फ, मेरी तो जलन-जलेबी घुल गई! कौन कहे था कि ये सब ‘सिर्फ काम-काज’ होगा? मनो जूरीकंडीशनर भी पिघल गया ये देखकर कि अब ये जोड़ी घर-परिवार में भी एक्स्ट्रा इंटिमेट हो रही है। WhatsApp वाली बुआ बोली, “सुनो-सुनो, कहा सुना है कि बस जल्द ही ये रिश्ता मिलने वाला है। धनुष के घर वाले भी खुश हैं!”
गुड्डू की मम्मी का मुँह 180° टेढ़ा
पड़ोस में बैठी गुड्डू की मम्मी की तो बात ही पूछो मत! जो पहले कहती थी, “मियां-बीवी का झगड़ा आम बात है,” अब वो कह रही है, “अरे, मृणाल की शादी हुई, तो गुड्डू भीimmat बढ़ा के बेटा ले आया।” क्या बात है, काजल इतना गाढ़ा कि मेरी किस्मत भी काली पड़ गई! पर घर-आंगन की खुशबू तो लाजवाब लग रही है। आंटी लोगों की आख़िरी फूँ-फाँ हो गई है।
इन्फ्लुएंसर्स vs. आम आदमी—कौन जले ज़्यादा?
सोशल मीडिया पर ये फॉलो-फॉलो की लड़ाई देखकर मैं सोचती हूँ, भगवान करे, हमारी ज़िन्दगी भी इतनी ग्लैमरस हो जाए। धनुष की बहनों को फॉलो करना कोई मामूली बात नहीं है, साहब! ये तो मतलब है कि मृणाल ठाकुर ने आधिकारिक तौर पर घर की इजाज़त तो ले ली। और हम? हम तो दही-शक्कर खाते रहेंगे, लाइक्स और कमेन्ट्स के लिए तरसते रहेंगे।
सोशल-मीडिया का नमक
इंस्टा वाला ये फॉलो तो बस बहार की बात है, अंदर तो अफवाहों की रेस लगी है। हर कोई कह रहा है – “देखो, मृणाल ठाकुर को अब घर-घर में पहचान मिल गई।” पड़ोस की बिच्छू आंटी भी कह रही हैं, “हमारे जमाने में तो ऐसा रिश्ता छुपा कर रखा जाता था, आजकल तो आधिकारिक सोशल मीडिया फॉलोइंग से ही क्लियर हो जाता है।” उफ़्फ्फ! सच में, मन वो करता है कि फोन उठा के एक-दो स्टोरीज डाल डालकर जलन बुझा दूं।
आंटी लोगों की आख़िरी फूँ-फाँ
अरे, अब आंटी लोग क्या करें? देख कर जलन होती है लेकिन कहते हैं, “शुभ काम करो, शुभ फल मिलेगा।” मैं तो अब कहूंगी, शुभ काम कर लो, लेकिन हमें भी थोड़ी खुशियां मिलने दो यार। अब हम भी थोड़ा चमकें, थोड़ा जलन करें, तो क्या हुआ?
अंत में जलन-टच क्लोज़िंग
अब हम भी दही-शक्कर खाकर लाइक्स बटोरने चलें…
अगली ज़ोरदार जलन के लिए पढ़ते रहिए Jelousy News!