
अरे बाप रे! “क्रिमिनल माइंड्स” नाम का शो जब से आया है, पूरे मोहल्ले में इसका जलवा छा गया है। 18 सीज़न पूरे कर चुका यह शो Rotten Tomatoes पर 84% की दमदार रेटिंग हासिल कर चुका है, लेकिन फिर भी इसको उतनी तारीफ नहीं मिलती जितनी वो अपनी काबिलियत के हकदार है।
यह शो असली सीरियल किलर की घटनाओं पर आधारित होने की वजह से काफी रियलिस्टिक और सटीक तरीके से प्रस्तुत किया गया है। हर एपिसोड में किलर के मैथड्स इतने逼क़त दिखाए जाते हैं कि ऐसा लगता है जैसे मोहल्ले की बिच्छू आंटी से पूरी जानकारी ली गई हो। इसकी सच्चाई और गहराई का असर ऐसा है कि दर्शकों के दिलों में घर कर जाता है।
शो की खास बातें
- 18 सीज़न का विशाल रेंज
- रियल केस पर आधारित स्टोरी लाइन
- हर एपिसोड में किलर के मैथड की सटीक पावर डिस्प्ले
- मोहल्ले के लोगों की बीच भी लोकप्रियता और चर्चा में
फिर भी, एनालिटिक्स के हिसाब से यह शो पुराने क्लासिक शो के मुकाबले टॉप पर नहीं पहुंच पाता जिसकी वजह से कुछ लोग इसे कम महत्व देते हैं। लेकिन मोहल्ले के चाय वाले भी मानते हैं कि ये शो इतना रियलिस्टिक है कि हकीकत के बहुत करीब दिखाता है।
इन्फ्लुएंसर्स और आम आदमी के बीच तुलना
- इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर्स अपने ग्लैमर और गहनों से लाइक्स बटोरते हैं।
- यह शो अपनी सच्चाई और 18 साल की रिलेंग्थ से लोगों का दिल जीतता है।
- यहाँ गोली चलानी हो या दिमाग लगाना, हर ट्रिक में जलन होना आम बात है।
सामाजिक मीडिया पर जहाँ अन्य शो ग्लिटर और ग्लैमर बिखेरते हैं, “क्रिमिनल माइंड्स” किलर की गुत्थियाँ खोलता है। पड़ोस की बिच्छू आंटी भी इस शो की रियल केस से प्रेरणा मानती हैं लेकिन साथ में यह भी सवाल उठाती हैं कि कौन से-से मोड़ छुपाए गए हैं।
इतनी तारीफ के बाद भी यह शो हॉलीवुड की सबसे बड़ी क्राइम स्टोरीज़ में क्यों नहीं बन पाता, यह सोचने वाली बात है। आखिर सच्चाई इतनी नंगी होती है कि एक-एक छोटी गलती पर जलन उबल जाती है।
निष्कर्ष: जब भी कोई कहे कि “यह शो बोरिंग है”, समझ जाएँ कि उनके दिल में जलन का तड़का जरूर है। हमारा ख्वाब है कि “क्रिमिनल माइंड्स” को पूरा क्रेडिट मिले और मोहल्ले में इसका जलवा छा जाए।
अगली ज़ोरदार जलन के लिए पढ़ते रहिए Jelousy News!