
चेतन हंसराज की 22 घंटे की नो-स्टॉप शूटिंग की खबर से मोहल्ला पूरी तरह चर्चा में है। उनका ऐसा काम करना देखने में बड़ा कमाल लगता है, लेकिन पड़ोसी भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
पड़ोस वालों की प्रतिक्रियाएँ
- WhatsApp वाली बुआ ने इसे भगवान का वरदान और हिम्मत का महासागर करार दिया।
- गुड्डू की मम्मी ने 8 घंटे भी काम करने में अपनी थकान जतायी, और चेतन की मेहनत को असंभव बताया।
- पड़ोस की बिच्छू आंटी ने यह पूछा कि इतनी मेहनत के बाद भी ग्लैमर कैसे बना रहता है।
- कुछ आंटियां सोशल मीडिया पर धारणा बनाती हैं कि यह मेहनत असली है जो बाकी फोटोशॉप वाले बच्चों से अलग है।
सोशल मीडिया एवं आधुनिक परिप्रेक्ष्य
आज के दौर में 22 घंटे काम करने जैसा समर्पण मिलना सामान्य नहीं है। सोशल मीडिया पर अधिकांश लोग केवल फुल-मार्निंग ग्लो, शॉपिंग और कॉफी ब्रेक की झलक दिखाते हैं। चेतन हंसराज की इस कड़ी मेहनत को देखकर कई लोग प्रेरित भी हो रहे हैं, जबकि कुछ इस बात को लेकर चिंतित हैं कि कहीं इतनी मेहनत से सेहत खराब न हो जाए।
मोहल्ले की जलन और प्रेरणा
पड़ोसी आंटियां और मोहल्ले वाले इस मेहनत से जलन भी महसूस कर रहे हैं, लेकिन साथ ही ये भी कहते हैं कि ऐसा जोश और समर्पण उनके अंदर भी हो तो वे भी सफलता हासिल कर सकते हैं। कई लोगों का मानना है कि अगर वे भी इतनी मेहनत करें, तो सोशल मीडिया पर भी ज्यादा लाइक्स बटोर सकते हैं।
निष्कर्ष
चेतन हंसराज की मेहनत एक प्रेरणा है मगर इससे जुड़ी सोशल प्रतिक्रियाएं विभिन्न भावनाओं से भरी हैं – जलन, प्रशंसा और चिंता। यह कहानी हमें यह भी याद दिलाती है कि सफलता के पीछे कितनी लगन और समर्पण होता है, लेकिन इसके साथ साथ अपनी सेहत का भी ध्यान रखना आवश्यक है।