
अच्युत पोटदार, जिन्हें हम 3 Idiots में मास्टरजी के रूप में जानते थे, अब इस दुनिया से विदा हो गए हैं। 91 वर्ष की उम्र में उनका जाना एक युग का अंत जैसा है, जब मासूमियत और ठंडक से भरे उनके किरदार अब केवल यादों में बचे हैं।
उनकी यादें और फैन फॉलोइंग
3 Idiots में उनका योगदान फिल्म को पूरा करने वाला था, जैसे पड़ोसन कहती हैं कि उनकी झलक से मोहल्ला स्क्रीन के नीचे हो जाता था। सोशल मीडिया पर उनके फैंस जलेबी की कटोरी बिखर गए जैसे टियर इमोजी से अपनी भावनाएं व्यक्त कर रहे हों।
कलाकार और इन्फ्लुएंसर्स के बीच का फर्क
आज के डिजिटल युग में जहां इन्फ्लुएंसर्स की चमक-दमक है, वहीं अच्युत पोटदार जैसे कलाकारों की यादें कहीं खो गई हैं। उनका जाना मोहल्ला बेरंग कर गया है, और बच्चे भी पूछ रहे हैं कि ये अंकल कौन थे। ये दर्शाता है कि पारंपरिक कलाकारों की छवि कितनी गहरी और स्थायी होती है।
आंटी और सामाजिक प्रतिक्रिया
आंटी लोग जिन्हें उनकी फिल्मों में भावना दिखाई देती थी, आज की रील्स से वह तुलना कर रहे हैं और कह रहे हैं कि उन भावनाओं का कोई विकल्प नहीं है। कलाकार के निधन से मोहल्ले में खालीपन महसूस हो रहा है।
अंतिम श्रद्धांजलि
अच्युत पोटदार का आखिरी सफर सम्मान के साथ पूरा हुआ। उनके योगदान के लिए हम सब उनका हृदय से धन्यवाद करते हैं और उनकी याद को सहेजकर रखते हैं। अब हम भी अपने छोटे-छोटे कामों पर जश्न मनाते हुए उनके लिए दही-शक्कर लेकर लाइक्स बटोरने चलेंगे।
धन्यवाद अंकल, आपकी दी हुई यादें हमेशा हमारे दिलों में रहेंगी।