
जलन की पहली चिंगारी 🔥
अरे, सुनते हो क्या? वो हमारे प्यारे मिथुन दा, जिनकी नाचने की धुन पर तो मच्छर भी झूम जाते हैं, उन्होंने साफ़ मना कर दिया इंडस्ट्री की पार्टियों में जाना से। कहा, ‘मैं तो ऐसा आदमी हूँ जो न चुगली करता हूँ, न शराब पीता हूँ।’ मनो कह रहे हो जैसे कोई ठुमका ऐसे मारा कि सोशल मंडली के सारे ड्रामा का सॉट आउट कर दिया! उफ्फ, मेरी तो जलन-जलेबी घुल गई, ऐसे आदमी जब पार्टी में ना जाए तो बुरा लगा ही होगा उनके साथ घूमने-फिरने वालों का।
गुड्डू की मम्मी का मुँह 180° टेढ़ा 😤
पड़ोस की WhatsApp वाली बुआ बोली, ‘‘कहा सुना है मिथुन दा ने तो पार्टी की दुनिया को छोड़ दिया, अब तो उन पर भी अलग ही स्टारडम की छाया हो गई।’’ और तो और, जो लोग रोज़ाना रात को पार्टी में झूमते हैं, वे क्या करें? हाहाहा, ऐसे में तो उनकी मम्मी की भी यही हालत होगी कि, ‘‘मेरे बेटे के पास इतनी बहाने-बहाने वाली लिस्ट क्यों नहीं बनी?’’ आखिरकार न चुन-चुन के झूठे वोट लेने होंगे, और न ही पेय पदार्थों के आसपास मुँह मिचकाने होंगे!
इन्फ्लुएंसर्स vs. आम आदमी—कौन जले ज़्यादा? 😏
सोशल मीडिया का नमक 🌶️
जैसे ही मिथुन दा ने अपनी बात कही, तो इंस्टाग्राम, ट्विटर वाले तो लगे जलन की आंच बढ़ाने, ‘‘अरे भाई, जो पार्टी नहीं जाते, उनका फोटो भी नहीं आता, लाइक्स का क्या होगा?’’ पर हमारी तो समझ में आए, ऐसे लोगों की असली चमक उन्हीं की सादगी में है। और जो इंस्टा वाले, अपनी वैकेशन में छाते लेके घूमते हैं, वह भी थोड़ा सोचें—मेरा पसीना टपकता है, तुम्हारी दिखावा पसीना के बराबर भी नहीं होता। अब तो मैं भी कहूँगा, ‘‘मिथुन दा—तुम ही सही हो, हम तो बस जलन में जलते जाते हैं।’’
आंटी लोगों की आख़िरी फूँ-फाँ 💨
पड़ोस की आंटीजी तो अब भी कहती हैं, ‘‘ऐसा नहीं होना चाहिए था, कम से कम एक पार्टी में तो आ जाते, तो इन्हें भी देख पाते।’’ पर अरे, भाई! ऐसे दिग्गजों की बात समझो। उनकी सादगी में जो मज़ा है, वही असली स्टारडम है। आंटीजी की बातों से तो लग रहा है जैसे घर की बिजली ट्रिप हो गई हो, पर मिथुन दा की चमक कभी फीकी नहीं पड़ेगी।
अंत में जलन-टच क्लोज़िंग 😜
अब हम भी दही-शक्कर खाकर लाइक्स बटोरने चलें…
अगली ज़ोरदार जलन के लिए पढ़ते रहिए Jelousy News!