
मिथुन चक्रवर्ती ने बॉलीवुड की चमक-दमक भरी पार्टियों से दूरी बना रखी है। उन्होंने न तो बड़े अवार्ड फंक्शंस में हिस्सा लिया है, न ही ग्लैमरस सोशल इवेंट्स में। उनके इस फैसले ने लोगों के बीच कई तरह की बातें और प्रतिक्रियाएं पैदा कर दी हैं।
मिथुन की सादगी और परिवार के प्रति लगाव
मिथुन चक्रवर्ती का सबसे बड़ा कारण है उनका परिवार से प्रेम और सादगी भरा जीवन। वे जानते हैं कि असली खुशी कहां है और इसलिए उन्होंने चमक-दमक वाली पार्टियों को छोड़कर अपने परिवार के साथ समय बिताना चुना है।
पड़ोस की मम्मी और सोशल मीडिया की प्रतिक्रियाएं
- पड़ोस की मम्मी कहती हैं कि उन्होंने देखा है कि सभी सितारे पार्टियों में मस्ती कर रहे हैं, लेकिन मिथुन अपने परिवार के साथ शांत और साधारण जीवन जी रहे हैं।
- सोशल मीडिया पर मिथुन की इस सादगी की जमकर तारीफ हो रही है, जबकि कुछ लोग उन्हें पार्टी के मज़े से दूर मानकर जलन भी जता रहे हैं।
इन्फ्लुएंसर्स और पार्टी कल्चर पर दृष्टि
इन्फ्लुएंसर्स लगातार सेल्फी, पार्टी पिक्चर्स आदि शेयर करते रहते हैं, जो अक्सर जलन का कारण बनता है। लेकिन मिथुन ने इस बाज़ार से दूरी बनाए रखी है। उनका कहना है कि वे गपशप और शराब से दूर रहते हुए अपनी शांति बनाए रखना पसंद करते हैं।
असली चमक और लोकप्रियता
मिथुन ने यह साबित किया है कि असली चमक और लोकप्रियता काम और सादगी में होती है, न कि पार्टियों और ग्लिटर्स में। उनके 65 फिल्मों के रिकॉर्ड और 19 हालिया रिलीज़ उनके कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रमाण हैं।
समापन
मिथुन चक्रवर्ती की यह सोच और जीवनशैली हमें यह सिखाती है कि असली शान और खुशी बाहर की चमक-दमक में नहीं, बल्कि अपने प्रियजनों के साथ सादगी भरे पल बिताने में है। उनकी कहानी से हर कोई प्रेरणा ले सकता है कि कभी-कभी जलन की दुनिया से दूर रहकर भी आप अपनी पहचान और सम्मान बना सकते हैं।