
अरे बाप रे! प्रिया मराठे की बात करते ही दिल में एक जलन सी उठती है—इतनी खूबसूरत अदाकारा, इतनी बेहतरीन भूमिका निभाई, पर कहा गया बस गंवा देने की कहानी! 😭 पता है, WhatsApp वाली बुआ बोली थी कोरोना से पहले कैंसर की लड़ाई देख-देख के मनो जूरीकंडीशनर भी पिघल गया होगा। है के नहीं?
जलन की पहली चिंगारी
पवित्र रिश्ता में प्रिया का वो किरदार, वाह! जैसे महंगी साड़ी में चमकती हुई पड़ोस की लड़की, जो हर नजर को चुभ जाती है। उफ़्फ, मेरी तो जलन-जलेबी घुल गई! और पता है, गुड्डू की मम्मी का मुँह 180° टेढ़ा हो गया जब उसने सुना कि प्रिया ने हर अफसोस के पल में अपनी चमक नहीं खोयी।
इन्फ्लुएंसर्स vs आम आदमी
इन्फ्लुएंसर्स अपनी परफेक्ट जिंदगी दिखाते हैं और हम सब अपने रोज़मर्रा की जंग लड़ते हैं। पर प्रिया जैसी अभिनेत्री, जिसने कसमें से और साथ निभाना साथिया में अपने अभिनय से घर-घर की शान बढ़ाई, ने ये दिखा दिया कि चमक सिर्फ Instagram फिल्टर नहीं, हुनर भी होता है। असली सोशल-मीडिया का नमक तो ये होता है!
आंटी लोगों की आखिरी फूँफाँ
अरे, खानदानी आंटी लोग कहते थे, “इसीलिए तो इतनी जल्दी चली गई क्योंकि बॉलीवुड ने सही पहचान नहीं दी।” अगर ये बात सच भी हो तो, वो जलन की आग जो उनके दिलों में अभी भी जल रही है, क्या कुछ कम है? उतनी ही तेज़ जितनी प्रिया की एक्टिंग!
तो आप भी सोचो, दफ्तर में चप्पल गिराना या सोशल मीडिया पर #RIP चलाना कौन ज्यादा असर करता? 🤯 अब हम भी दही-शक्कर खाकर लाइक्स बटोरने चलें…
अगली ज़ोरदार जलन के लिए पढ़ते रहिए Jelousy News!