
टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में महात्मा गांधी की जीवन और विचारों पर आधारित 5 इंडियन फिल्मों और सीरियलों का प्रदर्शन आकर्षण का केंद्र रहा। यह कार्यक्रम गांधी जी की विरासत को नई पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म साबित हुआ।
प्रदर्शित फिल्में और सीरियल
- “गांधी, मेरा गांधी” – महात्मा गांधी के निजी जीवन को दर्शाती एक वृत्तचित्र।
- “सत्य के संकलक” – गांधी जी के सत्याग्रह आंदोलनों पर आधारित नाटक।
- “शांति के दूत” – गांधी जी के वैश्विक प्रभावों को उजागर करती फिल्म।
- “रॉड्रिक और गांधी” – इतिहास और वर्तमान की कहानी को जोड़ती सीरियल।
- “हम सब गांधी हैं” – युवाओं के नजरिए से गांधी जी के विचारों पर केंद्रित फिल्म।
महत्वपूर्ण प्रतिक्रियाएं
फिल्मों के प्रदर्शन के दौरान, पड़ोस की आंटी ने यह कहा, “अब तो हम भी गांधी के साक्षी बनें!” यह वाक्य गांधी जी के सच्चाई और अहिंसा के आदर्श का जीवंत प्रमाण था।
फेस्टिवल का योगदान
यह उत्सव महात्मा गांधी के जीवन दर्शन, अहिंसा और सत्याग्रह को विश्व स्तर पर फैलाने में मददगार साबित हुआ। इसके माध्यम से दर्शकों ने गांधी जी की शिक्षाओं को पुनः समझा और अपनाया।