
आर्यन खान की डेब्यू फिल्म के बाद से एक नया नकली ‘नेपोटिज़्म’ का मुद्दा फिर से गरमाया है। इस पर लोगों की प्रतिक्रियाएं अपनी-अपनी तरफ से आईं, और सबसे खास रहा पड़ोस की एक आंटी का बयान, जिसने कहा, “ये सब तो हमारे मोहल्ले में भी चलता है!”
क्या है असली नेपोटिज़्म?
नेपोटिज़्म का मतलब होता है किसी रिश्तेदार या सगे संबंधी को अवसर देना या तरजीह देना। फिल्म इंडस्ट्री में यह एक पुराना विवादित मुद्दा है।
आर्यन खान की फिल्म और विवाद
आर्यन खान की पहली फिल्म के लॉन्च के बाद सोशल मीडिया और आलोचकों में इस बात पर चर्चा हुई कि क्या उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में सिर्फ अपने पिता शाहरुख खान की बदौलत मौका मिला?
पड़ोस की आंटी की प्रतिक्रिया
जब इस मुद्दे पर पड़ोस की एक आम आंटी से पूछा गया, तो उन्होंने कहा:
- “हमारे मोहल्ले में भी लोग अपने भाइयों, बेटे या relatives को ही तरजीह देते हैं।”
- “यह तो हर जगह चलता है, फिल्मी जगत ही नया नहीं है।”
विश्लेषण
यह बयान दर्शाता है कि नेपोटिज़्म एक सामाजिक समस्या है, जो सिर्फ फिल्मी दुनिया तक सीमित नहीं है। परिवार और समाज के भीतर भी यह देखने को मिलता है।
निष्कर्ष
आर्यन खान की डेब्यू फिल्म के साथ उठी नेपोटिज़्म पर बहस ने यह भी दिखाया कि यह मुद्दा सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री तक सीमित नहीं बल्कि पूरे समाज के लिए जरूरी चिंतन का विषय है।