
अरे, मोहनगढ़ के इस मोहल्ले में जब मंगल लक्ष्मी ने अडित को धक्का मारा, तो लगता था जैसे पड़ोस की सारी आंटियां एक साथ ‘ओह नो’ चीख उठीं! उफ्फ, मेरी तो जलन-जलेबी घुल गई, मनो जूरीकंडीशनर भी पिघल गया। कुसुम और सौम्या जो मैदान में खरी-खोटी सुनाने को तैयार थीं, वे तब पागल-पागल सी हो गईं, जैसे किसी ने उनकी चाय में नमक का ढेर डाल दिया हो।
गुड्डू की मम्मी का मुँह 180° टेढ़ा
‘अरे ये मंगल तो बड़े धाकड़ निकला!’ कहती हुई सुनाई दी पड़ोसन बीबी, जिनकी बातों में तचीनी की तीखी चाशनी थी जो मोहल्ले को मसाले की मंडी बनाए रखती थी। मंगल की इस हरकत से सौम्या अपने झुमके गिनने लगी और कुसुम की काली पट्टी वाली आँखों में आग सी लग गई। WhatsApp वाली बुआ ने कहा, ‘मगर ये लड़का अडित तो बड़ा शांत स्वभाव का था, अब ये क्या हो गया?’
इन्फ्लुएंसर्स vs. आम आदमी — कौन जले ज़्यादा?
जहां इंस्टा इन्फ्लुएंसर अपनी परफेक्ट वकेशन पिक्स से जलन की आग लगाते हैं, वहीं हमारे मोहल्ले के मंगल लक्ष्मी ने ऐसा रियल ड्रामा पेश किया कि दिलों को झकझोर दिया। अडित की हालत बिल्कुल वैसी हो गई जैसे उसके 10-पैक ऐब्स पर पराठे में मिर्च का पाउडर डाल दिया हो। यह जलन की आग कभी बुझती नहीं।
सोशल-मीडिया का नमक
फेसबुक ग्रुप पर लोग मंगल के इस कदम पर बातें करते हुए मसाला डालते रहे। कोई कहता, ‘वाह भाई, क्या मूव था!’ तो कोई कहता, ‘कुंठित क्यों हो रहे हो? जलन मत करो।’ असली बात तो यह है कि जब पड़ोस में इतनी बड़ी बवाल होती है, तो दिल करता है कि हम भी अपने शब्दों में तीखा स्वाद डालें।
आंटी लोगों की आख़िरी फूँ-फाँ
पिंकी आंटी तो मंगल की यह ‘चालाकी’ देखकर अपने सूती चश्मे को नीचे गिराते हुए बोलीं, ‘बेटा, अब तो इस मोहल्ले से सौम्या और कुसुम को भूख लगी होगी या जलन की तेज़ लपटें उठ रही होंगी।’ यह सुनकर पड़ोस के बच्चे हँस-हँस कर लोटपोट हो गए और भेलपुरी तक भूल गए।
तो भाइयों और बहनों, अगली बार जब मोहल्ले में ऐसी जलन-जला देने वाली घटना हो, तो याद रखना, Jealousy News ही लेकर आता है सबसे ताजा मसाला! अब हम भी दही-शक्कर खाकर लाइक्स बटोरने चलें।
अगली ज़ोरदार जलन के लिए पढ़ते रहिए Jealousy News!