
ममता बनर्जी ने बंगाली फिल्मों और टीवी सीरियल्स को बढ़ावा देने की जोरदार अपील की है, जिससे बंगाली भाषा की शान और भी बढ़ गई है। ‘महानायक सम्मान’ के मौके पर दीदी ने कहा, “चलो भई, अब फिल्मों और टीवी सीरियल्स में बंगाली को बढ़ावा दो!” यह घोषणा क्षेत्रीय भाषा और संस्कृति के प्रति उनका गहरा प्रेम दर्शाती है।
पड़ोस में जलन की प्रतिक्रिया
इस बात से पड़ोस में खासा उत्साह और जलन दोनों पैदा हो गई है। WhatsApp चाटुकार बुआ से लेकर रुकमणी आंटी तक चर्चा में हैं:
- रुकमणी आंटी ने पूछा, “क्या अब सबको अपनी भाषा भूल जानी चाहिए थी?”
- पड़ोसी मोहल्ले की लड़कियाँ कन्फ्यूज़ नजर आ रही हैं, जलन की आग फैल गई है।
सोशल मीडिया और इन्फ्लुएंसर्स पर असर
ममता दीदी के इस कदम का असर सोशल मीडिया पर भी देखा जा रहा है:
- Insta-इन्फ्लुएंसर्स अब अपने कैप्शन्स में बंगाली तड़का डालने लगे हैं।
- अंग्रेज़ी और हिंदी के साथ बंगाली भी सोशल मीडिया का हिस्सा बनने लगा है।
- यह बदलाव पड़ोस में जलन को और भड़का रहा है।
बंगाली फिल्मों में नया जोश
‘महानायक श्रेष्ठ सम्मान’ से नवाजे गए गौरম घोष ने भी बंगाली फिल्म इंडस्ट्री में नया उत्साह ला दिया है। पड़ोसी मोहल्ले की लड़कियों की शादी तक बंगाली भाषा में होने की बात होने लगी है, जो दर्शाती है कि बंगाली संस्कृति का प्रभाव बढ़ रहा है।
आंटी लोगों की आखिरी फूँ-फाँ
पड़ोस में लोग सरकार और बंगाली संस्कृति के इस बढ़ावे को जलन की नजर से देख रहे हैं, लेकिन बंगाली सिनेमा और भाषा की तो लगातार तारीफ हो रही है। लोग अब मोबाइल और टीवी पर बंगाली सीरियल्स छुप-छुपाकर देख रहे हैं।
अंत में, ममता दीदी के इस कदम ने बंगाली संस्कृति को नई पहचान दी है और पड़ोसी इलाक़ों में सिर्फ़ जलन नहीं, बल्कि नए उत्साह की भी हवा फैलाई है।