
मिथुन चक्रवर्ती ने बॉलीवुड की पार्टियों से दूरी बनाए रखने का कारण स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा, “मैं ना चुगली करता, ना शराब पीता हूँ, तो ऐसे कार्यक्रम में मेरा क्या काम?” इस कारण से वह बॉलीवुड की चमचमाती पार्टी और पुरस्कार समारोहों से खुद को दूर रखते हैं।
जलन की पहली चिंगारी
मिथुन चक्रवर्ती ने अपनी सादगी को बनाए रखते हुए बॉलीवुड की घटनाओं और अफसरों की टोलियों से बचते रहने की बात कही है। उनके पड़ोस की आंटी लोग उनकी इस अलग सोच पर आश्चर्य व्यक्त कर रही हैं।
गुड्डू की मम्मी का मुँह 180° टेढ़ा
गुड़िया आंटी ने कहा कि मिथुन इतने व्यस्त हैं कि पार्टी में जाकर समय बिताना उनके लिए संभव नहीं। उन्होंने मिथुन के काम की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने 65 फिल्मों को एक साथ संभाला है, जो एक रिकॉर्ड है।
इन्फ्लुएंसर्स vs. आम आदमी—कौन जले ज़्यादा?
जहां दूसरे सितारे पार्टी में झूमते हैं और सोशल मीडिया पर चर्चा में रहते हैं, वहीं मिथुन दा अपनी सादगी और साधारण जीवनशैली के लिए जाने जाते हैं। एक WhatsApp वाली बुआ ने यह भी टिप्पणी की कि चमचमाती दुनिया से दूरी बनाना भी एक प्रकार का अभिनय है, लेकिन इसमें दम होता है।
सोशल-मीडिया का नमक
मिथुन चक्रवर्ती ने सोशल मीडिया की सामान्य प्रवृत्तियों जैसे पार्टी-पिक्चर साझा करने के रिवाज को तोड़ा है। उनके प्रशंसक उनकी मेहनत और सादगी की प्रशंसा करते हैं और उन्हें असली हीरो मानते हैं।
आंटी लोगों की आख़िरी फूँ-फाँ
पड़ोस की आंटी मिथुन के इस रवैये को देखकर हैरान हैं और सोचती हैं कि ऐसे स्टार पार्टी में नहीं जाते हैं। लेकिन मिथुन अपनी शर्तों पर ज़िंदगी जीते हैं और दूसरों की बातों से प्रभावित नहीं होते।
निष्कर्ष: मिथुन चक्रवर्ती की सादगी और शालीनता हमें यह सिखाती है कि चमक-दमक के बजाय जीवन में असली चमक सादगी में होती है। उनकी यह सोच हमें भी प्रेरित करती है कि हम अपनी ज़िंदगी को सरल और वास्तविक बनाएं।
अगली ज़ोरदार जलन के लिए पढ़ते रहिए Jelousy News!