
जलन की पहली चिंगारी:
अरे बाप रे! चैतन हंसराज वाले की बात सुन के तो हमारा जूरीकंडीशनर भी पिघल गया! 22 घंटा बिना रुके काम? और बीच में… नप भी लेना! अबे भाई, हम तो 5 मिनट की छुट्टी भी नहीं पा पाते, और ये जहां फिल्मी सेट पे राजा बन के घूम रहे हैं। कहा सुना है कि ये एकता कपूर के सीरियल के सेट पे अपनी जान लगा देते थे, ऐसा मालूम होता है जैसे ‘काम’ नहीं बल्कि ‘कमांडो मिशन’ पर निकले हों।
गुड्डू की मम्मी का मुँह 180° टेढ़ा:
पड़ोसन की मम्मी ने तो कह दिया, “इतनी मेहनत करते हो तो कम से कम सैलेरी तो एक टन ले लेते!” लेकिन कोई सुनने वाला नहीं! हम जैसे लोग तो बस WhatsApp वाली बुआ के बातों में ही फंसे रहते हैं कि हमारा बेटा भी सेट पे जाता है और 22 घंटे भी कैसे खिंच जाता है? वो भी बिना स्पेशल नप टाइम के!
इन्फ्लुएंसर्स vs. आम आदमी — कौन जले ज़्यादाः
अब ये बात सही है कि इंस्टा वाले तो 2 घंटे का वीडियो भी बना-रहा होते हैं, और चेतन हंसराज जैसे कलाकार 22 घंटा सेट पे खिंच जाते हैं। उफ़्फ, ये तो जलन-जलेबी बनी रहना चाहिए! ‘काम करने वाले और कैमरे के सामने खड़े रहने वाले’, दोनों की अपनी अलग-अलग जलन-लीग है।
सोशल-मीडिया का नमक:
सोशल मीडिया पे देखकर तो ऐसा लगना शुरू हो गया है कि ये काम और आराम का मेलाजोल कोई समझ नहीं पा रहा। एक तरफ ये 22 घंटे का मاراتन, दूसरी तरफ हमारी प्यारी वाली फालतू दिनचर्या। काजल इतना गाढ़ा कि हमारी किस्मत भी काली पड़ गई!
आंटी लोगों की आख़िरी फूँ-फाँ:
आजकल पड़ोस की आंटी लोग कहते भी हैं, “अरे बच्चो, देखो ना चेतन भाई 22 घंटे काम करते हैं, हम तो बस टीवी पे देख के ही थक जाते हैं।” वैसे भी उनके लिए ये काम या मज़दूरी नहीं, तोहफा है जिसे देखते ही हम जलते हैं, जैसा कि WhatsApp वाली बुआ ने कहा था—“काम करने वाले लोग ही तो किंग होते हैं, बाकी सब जलन के मारे कंगाल!”
अंत में जलन-टच क्लोज़िंग:
अब हम भी बैठ के दही-शक्कर खाकर लाइक्स बटोरने चलें…
अगली ज़ोरदार जलन के लिए पढ़ते रहिए Jelousy News!