
अरे बाप री! ऐसा तो कभी सुना नहीं, मनो पूरा मोहल्ला ‘ताजमहल जलन’ में डूब गया। देखो देखो, मार्टिन चारेस्ट, जो खुद को शेर मानता था, अब मजबूर हो गया है ‘रोबर्ट पिकटोन’ नाम के सीरियल किलर को मारने के आरोप में गुनाह कबूल करने। जी हाँ, वही रोबर्ट, जिसने कई लोगों के दिल दहला दिए थे।
जलन की पहली चिंगारी 🔥
कहा सुना है कि दोनों मुर्दे डराने वाले कैदियों ने जेल में पंगा ले लिया था। अब मार्टिन चारेस्ट की पिटाई हुई तो क्या हुआ, उसकी परछाई भी नहीं बची! मनवो जूरीकंडीशनर भी पिघल गया इस बात पर।
गुड्डू की मम्मी का मुँह 180° टेढ़ा 🤯
Whatsapp वाली बुआ ने बताया कि सुन के पड़ोसन की मम्मी बोलीं, “बेटा, ऐसे अपराधी तो हॉलीवुड मूवी के हीरो लगते थे, अब हमारे मोहल्ले में भी ऐसी ड्रामाबाज़ियाँ!” आंटी का तो मानना है कि, “इनकी जिंदगी में मज़ाक कम, जलन-लॉटरी ज़्यादा है!”
इन्फ्लुएंसर्स vs. आम आदमी—कौन जले ज़्यादा?
इन्हें देखकर तो इंस्टाग्राम वालों की छुट्टी लग गई! यहां तो रियल लाइफ ड्रामा चल रहा है, जहाँ कोई सेल्फी पोस्ट नहीं, बल्कि सचमुच ‘कबूलनामा’ देना पड़ रहा है। कॉन्फिडेंस और कॉन्सपिरेंसी का तड़का लगा हुआ है।
सोशल-मीडिया का नमक 😏
ट्विटर ने तो तालियां बजानी शुरू कर दी हैं, कई ने पूछा, “अब इस पर कौन सी वेब सीरीज बनेगी?” जलन-सेल्फी लेने वाले कहते हैं, “वाह, गाढ़ी कहानी, ऐसे तो डायलॉग्स भी जल उठेंगे!”
आंटी लोगों की आख़िरी फूँ-फाँ 🔥
पड़ोसन की बुआजी ने कहा, “अब देखो, कौन कबूल करता है, कौन पर्दा उठाता है! लेकिन जलन तो पक्की हो गई, क्योंकि किसी की गलती छुपती नहीं।”
तो भईया, इस खबर से एक बात तो साफ़ है, चाहे जेल हो या मोहल्ला, जहाँ जलन हो वहाँ ड्रामा छुपा होता है। अब हम भी दही-शक्कर खाकर लाइक्स बटोरने चलें… 🔥😉