
Kerala High Court ने Protected Areas, यानी जंगलों में शूटिंग पर सख्त पाबंदी लगा दी है। खास तौर पर Commercial Movies और TV Serials के लिए यह आदेश जारी किया गया है। कोर्ट का मकसद है कि पर्यावरण और जंगलों की सुरक्षा हो, और इन इलाकों में शूटिंग के कारण होने वाले नुकसान को रोका जा सके।
कोर्ट ने सरकार को आदेश दिया है कि वे चार हफ्तों के अंदर पूरे Forest Department को यह निर्देश सख्ती से थमाएं और सुनिश्चित करें कि Protected Areas में शूटिंग नहीं हो। इसे लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की प्रतिक्रियाएँ आई हैं—कुछ लोग खुश हैं कि जंगल सुरक्षित रहेंगे, तो कुछ कलाकारों और फिल्म प्रेमियों के मन में नाराजगी है क्योंकि वे अब जंगल के प्राकृतिक सौंदर्य का इस्तेमाल शूटिंग के लिए नहीं कर पाएंगे।
इस फैसले के मुख्य बिंदु:
- जंगल और संरक्षण क्षेत्रों (Protected Areas) में Commercial Movies और TV Serials की शूटिंग पूरी तरह प्रतिबंधित।
- सरकार को Forest Department को यह आदेश लागू करने के लिए चार सप्ताह का समय दिया गया।
- पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देने का उद्देश्य।
फैसले के सामाजिक प्रभाव:
- फिल्म एवं टीवी उद्योग के लिए जंगलों की प्राकृतिक सुंदरता पर आधारित शूटिंग बंद होगी।
- इन्फ्लुएंसर्स और सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर्स को जंगलों में शूटिंग के लिए नए विकल्प तलाशने पड़ सकते हैं।
- आम जनता को फायदा होगा क्योंकि जंगल सुरक्षित रहेंगे और प्रदूषण तथा नुक़सान कम होगा।
समाप्त करते हुए, यह स्पष्ट है कि पर्यावरण बचाना आज की सदी की सबसे बड़ी जरूरत है। जहाँ एक ओर कलाकारों और फिल्म उद्योग को चुनौतियां मिल रही हैं, वहीं दूसरी ओर हमें खुश होना चाहिए कि हमारी प्राकृतिक विरासत सुरक्षित रहेगी।