
जलन की पहली चिंगारी🔥
अरे भई, बताइए तो सही, जान्हवी कपूर ने ‘परम सुंदरी’ में जो धमाल मचाया है, वो देखकर तो पड़ोस की आंटी की तो किस्मत ही खराब हो गई! वो जो हमेशा अपनी बाल्टी में छुपा रखती है, आज वही बाल्टी तेज़ी से खाली हो गई, कह रही थीं, “इतना ग्लैमर, इतना चकाचौंध, मना करती हूं ये तो देखना मेरी बुढ़िया आंखों को सूट नहीं करता!” WhatsApp वाली बुआ तक कह रही हैं कि “ये जान्हवी और सिद्धार्थ की जोड़ी तो फिल्मों के बाद मोहल्ले के चैय-पानी तक का टॉपिक बन गई है।”
गुड्डू की मम्मी का मुँह 180° टेढ़ा😏
और पता है, गुड्डू की मम्मी जो हर त्योहार पर अपने घर के बाहर मंडली लगाती हैं? उनका कहना है, “इतनी बड़ी हिट-फ्लॉप की बात करें? फिल्म में जान्हवी की खूबसूरती ने तो आँखों के नीचे तक लाल दाग़ छोड़ दिए! वहीं सिद्धार्थ का स्टाइल देख पड़ोसी के पंखे की परियाँ भी दबके रह गईं।” हाँ-हाँ, सही सुना आपने! ये इत्तेफाक नहीं, पड़ोस में जलन की हवा चल रही है जैसे बारूद छिड़क दिया हो।
इन्फ्लुएंसर्स vs. आम आदमी—कौन जले ज़्यादा?🤯
सोशल मीडिया पर #ParamSundariReview छलक रहा है, हर कोई अपनी राय देने लगा है। कुछ लोग कहते हैं, “ये तो सुपरहिट है, जान्हवी की साड़ी की किमत सुन कहाँ उड़ेंगे?” वहीं कुछ कहते हैं, “ठंड रखो! मज़ा तो तभी आयेगा, जब गाने का वीडियो देखना पड़ेगा सास-ससुर के सामने।” ऐसे में आम आदमी और इंस्टाग्राम वाले इन्फ्लुएंसर्स के बीच ‘जलन-कंकाल’ छिड़ गया है।
- कोई कहता है कि फिल्म ने फैशन का नया शिगूफा खड़ा कर दिया।
- और कोई तो बुरी तरह जल कर कह रहा, “मेरे 10-पैक ऐब्स भी तो कम नहीं, पर क्या करूँ, कहानी नहीं समझ पाई।”
सोशल-मीडिया का नमक😒
फेसबुक ग्रुप से लेकर इंस्टा के स्टोरी तक जलन का सागर है। “जान्हवी की चमक ने तो हम जैसे सामान्य लोग पूरी तरह फीके कर दिए।” सही है, सोशल मीडिया पर ताने और कॉमेंट्स की बौछार से तो मनो जूरीकंडीशनर भी पिघल गया। नया ‘परम सुंदरी’ ट्रेंड बना, लेकिन जलन भी असीम! कभी-कभी तो लगता है कि ये फिल्मों के बजाय किसी जलन के महाकुंभ का मंच हैं।
आंटी लोगों की आख़िरी फूँ-फाँ💥
और सबसे मजेदार तो तब होता है जब हमारी मीठी-मिट्ठी आंटियाँ मिल बैठकर कहती हैं, “ये जो जान्हवी की साड़ी है ना, बाजार में सब कहते हैं कि वो साड़ी इतनी महँगी कि पड़ोस में राधा आंटी का मन उड़े—लेकिन हम क्या करें, हमारा तो बजट भी रोटी-पूड़ी का है!”
हाय रे! इतनी बड़ी बात सुनकर तो मोमो की दुकान का मालिक भी सोचने लगा है कि फिर कभी मोमो में मसाला कम करेंगे। यह जलन की आग तो इतनी तेज़ है कि जो कोई भी पास जाता है, उसका दिल पिघल जाता है।
उफ़्फ, मेरी तो जलन-जलेबी घुल गई! अब हम भी दही-शक्कर खाकर लाइक्स बटोरने चलें…
> अगली ज़ोरदार जलन के लिए पढ़ते रहिए Jelousy News!