
जलन की पहली चिंगारी:
अरे बाप रे! जब से हमारे मोहल्ले की सोनचिरैया, यानी कि टेलीविज़न की सुपरहिट सीरियल ‘कार्तिका दीपम् 2’ की दीपिका यानी अभिनेत्री प्रेमी विस ने वो हाय-टेक, ग्लास वाली स्टाइल छापी है, मेरे तो जूरीकंडीशनर भी पिघल गया। हा, देखो न, जो गर्मी नहीं पड़ोसी के घर आंगन में पड़ती, वही गर्मी हम पर छाई हुई। ग्रुहशोभा वाले जो चश्मे हुए, बड़े स्टाइलिश, किंतु है क्या उसकी चमक गोरी बबीता की मुँह फुलाने की हिम्मत देख के! उफ़्फ, मेरी तो जलन-जलेबी घुल गई। Whatsapp वाली बुआ भी बोली, “अरे, उसने तो वो चश्मा वही پہना है, जहां ‘कार्तिका दीपम्’ की फिल्मिंग होती है, नाम-चीन करवाने के लिए।”
गुड्डू की मम्मी का मुँह 180° टेढ़ा:
अब जरा सोचो, मोहल्ले की सारी आंटियां जब गपशप में जुटती हैं, और बबीता की मम्मी तमाम पुराने गुड्डुओं की मम्मी से कहती हैं, “देखो, ये जो चश्मा लगाया है, कहीं गली-कूचों में की फुलझड़ी तो नहीं? ये तो बड़ा पोज देने वाला काम है।” उफ़्फ, बबीता के दिल पर क्या गुजरी होगी, पता नहीं! वैसे भी, जो दीपिका ने वो स्टाइल मारा है, वो तो सोशल मिडिया पे भी तहलका मचा रहा। कहां सिर्फ टीवी की सीरियल में कलाकार, अब तो ग्रुहशोभा के चश्मे से भी रेटिंग बढ़ती है। है के नहीं?
इन्फ्लुएंसर्स vs. आम आदमी—कौन जले ज़्यादा?:
देखो, मैं तो कहती हूं कि अब इन्फ्लुएंसर्स वाले ज़्यादा जलते हैं। मेरी तो जलन छोड़ो, दिल के उस कुनबे में जलेबी की मिठास चैती है। जब से दीपिका ने वो लेटेस्ट चश्मा पहना है, आम उन लोगों की भी किस्मत काली पड़ गई जिन्होंने कोई नया फ़ैशन अपनाया नहीं। ये जो गली के फेसबुक ग्रुप्स पे डीपिका के ग्लैमरस पिक्चर शेयर हो रही हैं, पड़ोस वालों की कहानियाँ सुनो तो, सबकी आखें फ़टी की फ़टी रह गईं, और भौंहें तनी-तनी! एक तो इतने स्टाइल से, ऊपर से वैराग से चमकती हुई ये जादूगरनी। व्हाट्सएप वाली बुआ ने हाय-हाय कर के कहा, “देखो, ये चश्मा नहीं, दीपिका की चमक हैं, जो इसी चश्मे से रिफ्लेक्ट हो रही है।”
सोशल-मीडिया का नमक:
अब आप सोच रहे होंगे, सोशल मीडिया पे इस चश्मे का क्या जलवा है? मैडम ने एक पोस्ट डाली, जिसमें चश्मे के साथ लेटी हुई फोटोज थीं। यूजर्स ने कमेंट्स में तिरछा ताना मारा, तो कुछ ने तो ऐसे पोज़ दिए जैसे चश्मे वाले की अपनी अलग रानी होने लगी हो। मज़ा ये है कि इस पोस्ट ने हजारों लाइक्स बटोर लिए, और जलन भरे दिलों में आग का काम किया। पड़ोस की राजकुमारी रचना ने तो तोहमत लगाई ‘‘कहा सुना है, दीपिका को ये चश्मा मिलने से पहले ही पंद्रह जगह ट्रायल करना पड़ा। खुद बेचारे स्टोर वाले भी सोच में पड़ गए, ऐसा चश्मा बिकेगा या नहीं!” वाह, काजल इतना गाढ़ा कि मेरी किस्मत भी काली पड़ गई!
आंटी लोगों की आख़िरी फूँ-फाँ:
बात यहीं खत्म नहीं होती। मोहल्ले की आंटियों ने तो ‘चश्मा स्टोरी’ को ही रोज़ की चाय-नाश्ते की चर्चा बना लिया। “अरे, दीपिका ने तो हमें भी प्यार, शोहरत और सबक सिखा दिया,” बीनू आंटी कहती, “अब तो हमारे घर की दीवारों पे भी ये फोटो लगानी पड़ेगी। लेकिन सच बताऊंगी, मनो जी, जलन की ये आग इतनी तेज़ है कि हमारी फ़ेसबुक की टाइप-राइटर भी पिघल गई।”
[फुस्स…] लिमिटेड मसाला खत्म, लेकिन जलन का बॉम्ब अकॉर्डिंग टु मोहल्ले वालों अभी भी टटका है।
तो भाइयों और बहनों, आपके मोहल्ले की दीपिका ने जो ग्रुहशोभा के नये चश्मे से फैशन का तूफ़ान मचाया है, उससे तो हमारा दिल धक-धक पागल हो गया! अब हम भी दही-शक्कर खाकर लाइक्स बटोरने चलें…
> अगली ज़ोरदार जलन के लिए पढ़ते रहिए Jelousy News!