
मिथुन चक्रवर्ती ने हाल ही में अपनी पार्टी से दूरी बनाने के बारे में खुलकर बात की है। उन्होंने बताया कि वे न तो गप्पा मारना पसंद करते हैं और न ही शराब पीते हैं, इसलिए पार्टी में शामिल होना उनके लिए मुश्किल हो जाता है।
मिथुन ने कहा, “मैं ना गप्पा मारूं, ना ड्रिंक, तो चलूं किधर?” यह सवाल यह दर्शाता है कि उन्हें सामाजिक gatherings में अपनी अलग पहचान बनाए रखना पड़ता है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि उनके लिए असली संघर्ष यह है कि वे अपने मान्यताओं के साथ बने रहें और फिर भी समाज के साथ तालमेल बनाए रखें।
यह बात मिथुन के उन लोगों के लिए प्रेरणा हो सकती है जो पार्टी या सामाजिक कार्यक्रमों में शामिल होने पर दबाव महसूस करते हैं, खासकर जब वे शराब या पार्टियों की अन्य आदतों से दूर रहना चाहते हैं।